कांग्रेस के 18 मंत्री पिछड़ गए।
जयपुर। व्हीएसआरएस संवाददाता: भाजपा को बहुमत मिलने के रुझान के बाद जयपुर में बीजेपी ऑफिस के बाहर ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न शुरू हो गया है।
राजस्थान में एक बार फिर हर पांच साल में सरकार बदलने का ट्रेंड जारी रहने की संभावना दिख रही है। विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुमत की ओर जाती दिख रही है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक भाजपा 111 और कांग्रेस 72 सीटों पर आगे है, वहीं 15 सीटों पर अन्य उम्मीदवार आगे हैं। एक सीट भारतीय आदिवासी पार्टी ने जीत ली है।
इधर, काउंटिंग के दौरान प्रत्याशियों और समर्थकों के बीच कुछ विवाद भी हुआ है। बहरोड़ विधायक और निर्दलीय प्रत्याशी बलजीत यादव के साथ मारपीट की गई। काउंटिंग के बाद जब वे बाहर निकले तो मैदान में उन्हें लोगों ने घेर लिया और थप्पड़ मारे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी पीछे चल रहे हैं। इसके साथ ही शांति धारीवाल, परसादी लाल मीणा, प्रताप सिंह खाचरियावास सहित कांग्रेस के 18 मंत्री पीछे चल रहे हैं। भाजपा ने जिन 7 सांसदों को चुनाव लड़ाया था, उनमें से 4 आगे और 3 पीछे चल रहे हैं और इन 3 में से 2 सांसद तीसरे नंबर पर चल रहे हैं। राजस्थान में 199 विधानसभा सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ था। श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत कुन्नर के निधन के कारण वहां चुनाव नहीं हुए हैं।
इन सीटों के नतीजे आए
• भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया की हार लगभग तय हो गई है। आमेर सीट पर वे कांग्रेस के प्रशांत शर्मा 7624 वोट से पीछे चल रहे हैं। आखिरी राउंड में करीब 8 हजार वोटों की गिनती बाकी है।
• बहरोड़ से भाजपा प्रत्याशी जसवंत सिंह यादव जीत गए हैं। उन्हें 69,143 वोट मिले, उनकी जीत का मार्जिन 16,815 रहा। वहीं निर्दलीय बलजीत यादव को 52,328 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी संजय यादव 45,601 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
• दूदू में बीजेपी प्रत्याशी प्रेमचंद बैरवा जीते। हालांकि आधिकारिक घोषणा बाकी है। 18 राउंड के बाद 32,873 की लीड बैरवा के पास है। अब केवल 13 हजार वोटों की गिनती शेष है, ये वोट भी नागर को मिलेंगे तो वे जीत नहीं पाएंगे।
• पिंडवाड़ा (सिरोही) सीट से भाजपा के समाराम गरासिया जीत गए हैं। भाजपा के समाराम को 70 हजार 83 वोट मिले, वहीं कांग्रेस कके 56 हजार 917 वोट हासिल हुए। समाराम गरासिया 13 हजार 166 वोट से जीते।
• चौरासी सीट से भारतीय आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने जीत दर्ज की है। उन्होंने भाजपा के सुशील कटारा को 69 हजार 166 वोट से हराया है। कटारा को 41 हजार 984 वोट मिले हैं। चुनाव आयोग ने इसकी उनके जीतने की आधिकारिक घोषणा कर दी है।
• अजमेर दक्षिण से भाजपा प्रत्याशी अनिता भदेल जीत गई है। उन्हें 71,319 वोट मिले, उनकी जीत का मार्जिन 4446 रहा। वहीं कांग्रेस की द्रोपदी कोली को 66,873 वोट मिले।
मतगणना से जुड़े अपडेट : भाजपा
• राजसमंद सीट से भाजपा प्रत्याशी दीप्ती किरण माहेश्वरी आगे चल रही हैं। तिजारा सीट से महंत बालकनाथ लगभग साढ़े 7 हजार वोट से आगे चल रहे हैं।
• बीकानेर पूर्व से भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा विधायक सिद्धी कुमारी आगे चल रही हैं। वहीं सांगानेर से भाजपा के भजनलाल शर्मा आगे चल रहे हैं।
• राज्यसभा सांसद और सवाई माधोपुर से भाजपा प्रत्याशी किरोड़ी लाल मीणा आगे चल रहे हैं। भाजपा सांसद देवजी पटेल सांचौर सीट से पीछे चल रहे हैं।
मतगणना से जुड़े अपडेट : कांग्रेस
• हवामहल सीट से कांग्रेस के आरआर तिवाड़ी भी आगे चल रहे हैं। किशनपोल सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अमीन कागजी भाजपा के चंद्रमोहन बटवाड़ा से पीछे चल रहे हैं। धौलपुर में भाजपा से कांग्रेस में गई शोभारानी कुशवाह आगे चल रही हैं।
• नागौर सीट से कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा भाजपा की ज्योति मिर्धा से आगे चल रहे हैं। डेगाना से कांग्रेस के विजयपाल मिर्धा पीछे चल रहे हैं। सिरोही से कांग्रेस प्रत्याशी संयम लोढ़ा पीछे चल रहे हैं।
• अजमेर के केकड़ी से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रघु शर्मा पीछे चल रहे हैं। ओसियां सीट से कांग्रेस की दिव्या मदेरणा भी पीछे चल रही हैं। सोजत से पूर्व मुख्य सचिव और कांग्रेस प्रत्याशी निरंजन आर्य काफी पीछे चल रहे हैं।
बागियों में कौन आगे
• चित्तौड़गढ़ सीट से भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ रहे चंद्रभान सिंह आक्या आगे चल रहे हैं। डीडवाना से भाजपा के बागी यूनुस खान आगे चल रहे हैं। शिव सीट से भाजपा के बागी रविंद्र सिंह भाटी भी आगे चल रहे हैं। खींवसर से आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल 352 वोट से आगे चल रहे हैं।
चुनावी रण में पूर्व राजघरानों की जीत-हार
1. वसुंधरा राजे : धौलपुर के पूर्व राजपरिवार की वसुंधरा राजे ग्वालियर के सिंधिया राजघराने की बेटी हैं। उनकी मां स्व.विजयाराजे सिंधिया जनसंघ और भाजपा का प्रमुख चेहरा थीं। उनकी बहन यशोधरा राजे सिंधिया मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके भतीजे हैं। झालरापाटन से चुनावी मैदान में राजे 51,484 वोटों से लीड बनाए हुए हैं।
2. दीया कुमारी : वे इससे पहले सवाई माधोपुर से विधायक रह चुकी हैं। जयपुर पूर्व राजघराने की राजमाता स्व. गायत्री देवी भी दो बार सांसद रह चुकी हैं। दीया के पिता स्व. भवानी सिंह ने भी चुनाव लड़ा था। दीया जयपुर की विद्याधर नगर सीट से करीब 61,156 वोटों से आगे हैं।
3. सिद्धि कुमारी : 25 वर्षों तक बीकानेर के सांसद रहे पूर्व महाराजा स्व. करणी सिंह की पोती पूर्व राजकुमारी सिद्धि कुमारी लगातार 3 बार से भाजपा विधायक हैं और अब एक बार फिर से वे बीकानेर पूर्व से मैदान में हैं। वे 9,522 वोटों से आगे हैं।
4. विश्वराज सिंह : उदयपुर का पूर्व राजपरिवार भी 25 साल बाद चुनाव मैदान में है। मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह मेवाड़ नाथद्वारा से पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। विश्वराज सिंह BJP के प्रत्याशी हैं। करीब तीन दशक पूर्व विश्वराज सिंह के पिता महेंद्र सिंह राजनीति में सक्रिय थे। विश्वराज सिंह विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के सामने चुनाव में उतरे हैं। वे 5,103 वोटों से लीड बनाए हुए हैं।
5. कल्पना देवी: कोटा के पूर्व राजपरिवार की सदस्य कल्पना देवी लाडपुरा से मौजूदा विधायक हैं और एक बार फिर मैदान में हैं। उनके सामने कांग्रेस ने नईमुद्दीन गुड्डू को उतारा है। कल्पना देवी 25,842 वोटों से आगे चल रही हैं।
6. विश्वेंद्र सिंह : भरतपुर के पूर्व राजघराने के हैं। डीग- कुम्हेर से कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री रहे विश्वेंद्र सिंह, तीन बार विधायक और तीन बार सांसद रहे। विश्वेंद्र 896 वोटों से पीछे चल रहे हैं।