बैकुंठपुर। व्हीएसआरएस संवाददाता: जिले के पूर्वांचल में शीतलहर का कहर पिछले पांच दिनों से जारी है। प्रतिदिन तापमान में गिरावट आने से हरी सब्जियों की खेती एक बार फिर बर्बाद होने लगी है। आलू की पत्तियों में झुलसा रोग का प्रकोप शुरू हो गया है। टमाटर, हरी मिर्च, बैगन सहित अन्य हरी सब्जियों की पतियां सिकुड़ने लगी है। हरी सब्जियों के अलावे आलू सहित अन्य फसलों में जान भरने के लिए किसान सिंचाई से लेकर खाद तक की छिड़काव कर रहे हैं। लेकिन फसल को बचाने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। गम्हारी गांव के किसान कौशिक रंजन बताते हैं कि उन्होंने एक बीघा में आलू की खेती की है।
पांच कट्ठा खेत में हरी सब्जियों की खेती की है। आलू तथा हरी सब्जियों की पत्तियां सिकुड़ने लगी है। पौधों का ग्रोथ भी नहीं बढ़ पा रहा है। हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कुमार प्रसाद ने बताया कि कृषि विशेषज्ञों की टीम शीघ्र ही गांवों में भेजी जाएगी।
ताकि शीतलहर के प्रकोप से नष्ट हो रही हरी सब्जी सहित अन्य फसलों को बचाने के लिए किसानों को जानकारी दी जा सके। बहरहाल जैसे-जैसे मौसम का तापमान निचले स्तर पर गिर रहा है। वैसे हरी सब्जियों के साथ आलु की किल्लत शुरू हो गई है।