मांझागढ़। व्हीएसआरएस संवाददाता: प्रखण्ड के कोइनी गांव निवासी व एम्स के पूर्व चिकित्सक डॉ अभिषेक रंजन को अमेरिका के थोरेसिक सोसाइटी का सदस्य मनोनीत किया गया है । इसके पूर्व डॉ अभिषेक को यूरोपियन रिसर्च सोसाइटी ने स्थायी सदस्य नियुक्त किया था । वे जिला मुख्यालय में अपना निजी क्लिनिक चलाते हैं ।
उन्होंने स्वास्थ्य क्रांति के तहत अब तक करीब 62 हजार से अधिक मरीजों का निशुल्क शिविर लगाकर ईलाज किया है । कोरोना महामारी के दौरान भी वे पीपीई किट पहनकर ईलाज करते रहे । उन्होंने फेफड़े व स्वास से सम्बंधित रोग पर रिसर्च किया है । इन्ही रिसर्चों को अंतरराष्ट्रीय मंचो पर साझा करने का मौका मिलेगा ।
डॉ अभिषेक ने बताया कि अमेरिकन थोरेसिक संस्थान संक्रमण तथा सांस से सम्बंधित विषय पर रिसर्च की सबसे बड़ी संस्थान है । दुनिया भर के कई चिकित्सक इससे जुड़े हुए हैं । आपको बताते चलें कि पिछ्ले महामारी में कई लोगों को स्किन की समस्या भी हुई लेकिन वे अपने कर्तव्य से नहीं डिगे । जबकि कई मरीजों को उन्होंने बिना ऑक्सीजन व बिना वेंटिलेटर के सिर्फ दवा से ठीक किया । जिसके कारण हजारों लोगों की जान बचाई जा सकी । दूसरी लहर में जिले के कोरोना मरीजों के लिये एकमात्र सहारा डॉ अभिषेक थे।