गुवाहाटी| व्हीएसआरएस न्यूज:
जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जहां देश भर में कानून बनाने की मांग उठ रही है वहीं इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी इसे लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बजट सत्र में कुछ बुनियादी योजनाओं की घोषणा की जाएंगी जिसके लाभार्थी राज्य के सभी नागरिक होंगे वहीं कुछ विशेष पैकेज की भी घोषणा होंगी जो केवल दो बच्चों वाले परिवारों को दी जाएंगी। स्वैच्छिक नसबंदी और जनसंख्या नियंत्रण उपायों के संबंध में भी बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।
आगे उन्होंने कहा की अगर एक हिंदू लड़का एक हिंदू लड़की से झूठ बोल रहा है, तो यह भी जिहाद है। कैबिनेट इसके खिलाफ भी जल्द कानून लाएगी। हिंदुत्व 5,000 साल पुराना है और जीवन का तरीका है। अधिकांश धर्मों के अनुयायी हिंदुओं के वंशज हैं। हिंदुत्व को हटाया नहीं जा सकता, क्योंकि इसका मतलब होगा अपनी जड़ों और मातृभूमि से दूर जाना है।
वही दूसरी तरफ, असम में करोना वायरस के डेल्टा प्लस संस्करण का एक भी मामला सामने नहीं आने का आश्वासन देते हुए सरमा ने कहा, ‘अभी तक, असम में कोविड-19 का कोई डेल्टा प्लस संस्करण नहीं है। हम राज्य में जीनोमिक अनुक्रमण कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वोत्तर राज्यों में टीकाकरण की स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को सुबह 11 बजे बैठक करेंगे।
पड़ोसी राज्यों के साथ सीमा तनाव पर सरमा ने कहा, असम-नागालैंड और असम-मिजोरम दोनों सीमाओं पर कुछ तनाव चल रहा है। हमारी संवैधानिक सीमा की रक्षा के लिए असम पुलिस को तैनात किया गया है। पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार होने के नाते, हम हमेशा चर्चा के लिए तैयार रहते हैं लेकिन अपनी जमीन पर अतिक्रमण मंजूर नहीं है।
आपको बताते चले की इससे पहले शनिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य मंत्रिमंडल में विभागों में फेरबदल किया। सरमा ने कहा कि राज्य में स्वदेशी आस्था और संस्कृति का एक नया स्वतंत्र विभाग होगा।