पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे जिले में इन दिनों गुलाबी ठंडी की बयार चल रही है। ऐसे मौसम में हमारे नेताओं के बयान किसी गुलाबी ठंडी से कम नहीं लगते। विधानसभा चुनाव के वक्त देवेंद्र फडणवीस ने कई मंच से दावा किया था कि मैं वापस मुख्यमंत्री बनूंगा। कल पुणे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने इसके विपरित गुलाबी बयान दिया कि देवेंद्र जी मैं वापस कोल्हापुर जाउंगा। अब दोनों के बयान आने के बाद पुणे के पालकमंत्री अजित पवार कैसे चुप बैठने वालों में से है। नहले पे दहला मारते हुए कहा कि चंद्रकांत पाटिल को पुणे बुलाया कौन था? देवेंद्र फड़णवीस कह रहे थे कि वह फिर आएंगे। अब दूसरे कहते हैं कि मैं वापस जाऊंगा। पुणे से किसी ने उनको बुलाया नहीं था। उल्टा उनके पुणे आने से हमारी बहन मेधा कुलकर्णी नाराज हो गई। पुणे के विधान भवन में चार एंबुलेंस का उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे।
भाजपा विधायक संपर्क में
अजित पवार ने खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने यह कभी नहीं कहा कि भाजपा के कुछ विधायकों से उनका संपर्क है। शीघ्र ही राकांपा में शामिल होंगे। अगर कोई भाजपा से तंग आकर अपनी मर्जी से शामिल होना चाहता है और अपने क्षेत्र का विकास करना चाहता है तो उनका स्वागत है। उन्होंने किसानों के आंदोलन और मराठा आरक्षण जैसे कई मुद्दों पर टिप्पणी की।
कोथरुड की जनता 5 साल के लिए चुना
कोथरुड विधानसभा क्षेत्र से जनता ने चंद्रकांत पाटिल को 5 साल के लिए चुना है। अभी केवल एक साल हुआ है। फिर बीच अधर में जनता को छोडकर कोल्हापुर कैसे जा सकते है। कोथरुड की जनता अपने काम को लेकर क्या कोल्हापुर जाएगी? अगर उनको कोल्हापुर ही जाना था तो एक साल पहले कोथरुड से चुनाव क्यों लडा? कोल्हापुर के किसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड लेते। क्या कोल्हापुर में जितने की गारंटी नहीं थी? ऐसे शब्दों से अजित पवार ने हास्य व्यंग्य लिहाज में जमकर धोया। किसान आंदोलन को लेकर राकांपा ने अपना समर्थन जताया है। महाराष्ट्र के किसान भी दिल्ली आंदोलन में शामिल होने गए है। केंद्र सरकार को आत्मनिरिक्षण करना चाहिए कि कडाके की ठंड में किसान एक महिनों से आंदोलन कर रहे है। किसानों का आंदोलन जल्द खत्म होना चाहिए। लेकिन केंद्र सरकार इसके प्रति उदासीन दिखाई दे रही है। ऐसा अजित पवार ने कहा।