Pcmc पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (पुणे मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी-पीएमआरडीए) द्वारा प्रस्तावित हिंजेवाड़ी से शिवाजीनगर मेट्रो लाइन के पिलर का निर्माण शुरू कर दिया गया है। पीएमआरडीए के अनुसार वास्तविक काम शुरू हो गया है क्योंकि परियोजना के लिए आवश्यक 97 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है। मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए हिंजेवाड़ी का पिलर खड़ा करने का काम शुरू कर दिया गया है। मेट्रो लाइन के दो खंभों के बीच खंड कनेक्शन का काम भी पिछले महीने शुरू किया गया था। इस मेट्रो लाइन का काम तीन साल चार महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कोरोना के कारण प्रोजेक्ट में देरी हुई।
केंद्र व राज्य सरकार की जमीन पर सीधा कब्जा मिलने में भी देरी हुई। अंतत: केंद्र और राज्य सरकारों की जमीन को महत्वपूर्ण सार्वजनिक परियोजना घोषित कर जिला कलेक्टर कार्यालय से पीएमआरडीए को हस्तांतरित कर दिया गया। तो इस परियोजना का वास्तविक कार्य शुरू हुआ। इस बीच पीएमआरडीए ने हाल ही में सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय चौक पर दो मंजिला फ्लाईओवर की प्रस्तावित 276 करोड़ रुपये की लागत को मंजूरी दी है। इस नए फ्लाईओवर के निर्माण में कुछ जगहों पर अंडरग्राउंड,जबकि अभिमनश्री चौक,गणेशीखड रोड पर हरिकृष्ण मंदिर पथ और शिमला कार्यालय से संचेती चौक तक डबल ग्रेड सेपरेटर बनाए जाएंगे। पीएमआरडीए ने कहा कि मेट्रो के काम की तैयारी,कास्टिंग यार्ड में खंड का निर्माण पिछले महीने भूमि अधिग्रहण पूरा होने के बाद शुरू हुआ,जबकि वास्तविक स्तंभ निर्माण अब शुरू हो गया है। हिंजेवाड़ी से शिवाजीनगर 23 स्टेशनों के साथ 23 किमी का ऊंचा मार्ग है। केंद्र की 2017 मेट्रो नीति के तहत यह पहली सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) परियोजना है।
इस परियोजना पर 8,313 करोड़ रुपये की लागत आएगी,जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत और कंपनी की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है। टाटा एंड सीमेंस-पुणे आईटी सिटी मेट्रो रेल लिमिटेड। कंपनी मेट्रो पर काम कर रही है और 25 फरवरी के अंत तक परियोजना के लिए 97.2 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका था। इस परियोजना को अगले 40 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।