Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) उधार के 30 लाख रुपये वापस मांगने से नाराज होकर 70 साल के एक बुजुर्ग की हत्या कर शव को पुणे के तम्हिनी घाट में फेंकने की घटना सामने आयी है। इस मामले में चिंचवड़ पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मारे गए व्यक्ति की पहचान रंजीत मेला सिंह उम्र- 70 वर्ष के रूप में हुई है। इस मामले में हत्या के मास्टरमाइंड नारायण इंगले,राजेश नारायण पवार और साधन ज्ञानोबा मस्के गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं।
आरोपी नारायण इंगले पंजाब सिंध बैंक में मैनेजर था। वह कुछ दिन पहले ही उस पद से रिटायर हुए हैं। उसने रणजीत मेला सिंह से तीन लाख रुपये उधार लिए थे। पुलिस के मुताबिक आरोपी नारायण इंगले ने रंजीत मेला सिंह से तीन लाख रुपए उधार लिए थे। रणजीत मेला सिंह नारायण से पैसे वापस मांग रहा था। वे धन पाने के लिए सदैव झगड़ते रहते थे। लेकिन नारायण इंगले ये पैसे लौटाना नहीं चाहता था। इसलिए उसने रंजीत की हत्या करने के लिए आरोपी दोस्त राजेश नारायण पवार और साधन ज्ञानोबा मस्के को चार लाख रुपये की सुपारी दी।
19 अप्रैल को नारायण इंगले ने मेला सिंह को पैसे लौटाने के लिए अपने चिंचवड़ स्थित आवास पर बुलाया। वहां रंजीत मेला सिंह की रस्सी से गला घोंटकर और चाकू मारकर हत्या कर दी गई। वे शव को अपनी कार में रखकर तम्हिनी घाट ले गए और शव को ठिकाने लगा दिया। इस मामले में चिंचवड़ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि रंजीत मेला सिंह लापता है। चिंचवड़ पुलिस और क्राइम ब्रांच यूनिट दो उस दिशा में समानांतर जांच कर रहे थे। क्राइम ब्रांच यूनिट दो के अधिकारी पुलिस उपनिरीक्षक गणेश माने को सूचना मिली कि आरोपी चिखली इलाके में है। पुलिस ने जैसे ही उसे गिरफ्तार किया उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।