Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) आतंकवाद विरोधी गतिविधियों के संदेह में पुणे से दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया। यह बात सामने आई है कि दो आतंकी इमरान खान और मोहम्मद यूनिस साकी आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा हैं। ये दोनों मॉड्यूल के लिए स्लीपर सेल की तरह काम कर रहे थे। इसमें एक साथी फरार हो गया है और पुलिस जांच में पता चला है कि वही इस स्लीपर सेल का मास्टरमाइंड है।
ये तीनों पुणे में दोपहिया वाहन चोरी करते थे। इसके चलते उन्हें हिरासत में लिया गया। बाद में जब पूछताछ की गई तो पता चला कि वे देश विरोधी काम कर रहे थे। वे आतंकी गतिविधियों के लिए बाइक चोरी कर रहे थे। हालांकि, पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि वे कैसे इन दोपहिया वाहनों को चुराने की साजिश रच रहे थे।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए दोनों लोग आतंकी पृष्ठभूमि से हैं। उन्होंने रिहायशी इलाके से बाइक चोरी करने का प्रयास नहीं किया। ताकि पकड़े जाने पर स्थानीय पुलिस की नजर उस पर न पड़े। इस वजह से उन्होंने चोरी के लिए रिहायशी इलाके से दूर का इलाका चुना था। कुछ साल पहले पुणे में चोरी की कारों को ब्लास्ट कर दिया गया था। पुलिस को शक है कि वे बाइक को भी ब्लास्ट करना चाहते थे। इसलिए पुलिस इन दोनों से गहन पूछताछ कर रही है।
वह 15 महीने तक पुणे के कोंढवा इलाके में छिपा था
पुलिस की जानकारी के मुताबिक पूरे मामले की जांच चल रही है। दोनों आतंकियों पर आईएसआईएस के सूफा ग्रुप के सदस्य होने का संदेह है। मार्च 2022 में उन्हीं तीन आरोपियों को राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में पुलिस ने हिरासत में लिया था। उनके पास से बम बनाने का सामान बरामद किया गया। बम बनाने में इस्तेमाल किया गया पाउडर भी जब्त कर लिया गया। उन्हें पकड़वाने वालों के लिए पांच लाख के इनाम की घोषणा की गई। वह पिछले 15 महीने से पुणे के कोंढवा इलाके में छिपा हुआ था। अंततः उनमें से दो को जेल भेज दिया गया जबकि उनका एक साथी अभी भी फरार है।
एनआईए, एटीएस की टीमों ने जांच शुरू की
पुणे पुलिस ने इन आतंकियों को कोर्ट में पेश करने के बाद 25 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इन आतंकियों से गहन पूछताछ चल रही है। अब जांच के लिए पुणे में प्रवेश कर चुकी हैं। इस बीच इन दोनों को गिरफ्तार करने के बाद एनआईए की दिल्ली, मुंबई, जयपुर की टीमें और महाराष्ट्र एटीएस की टीम प्रवेश कर चुकी है। उनसे इस अपराध की समानांतर जांच शुरू कर दी गई है।