Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे शहर की येरवडा जेल का ऐतिहासिक महत्व है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी,ेताजी सुभाष चंद्र बोस,लोकमान्य तिलक, पंडित जवाहरलाल और मोतीलाल नेहरू सहित अनेक स्वतंत्रता सेनानी इस जेल में राजनीतिक कैदी थे। देश की आजादी के लिए उन्हें इसी स्थान पर कैद किया गया था। 1932 में येरवडा जेल में भी डॉ.बाबा साहब अम्बेडकर और महात्मा गांधी के बीच पुणे समझौता हुआ। पुणे में ब्रिटिश कमिश्नर वाल्टर चार्ल्स रैंड की हत्या के सिलसिले में चाफेकर बंधुओं को इसी स्थान पर फाँसी दी गई थी। इस ऐतिहासिक जेल में कैदियों के लिए नई सुविधाएं शुरू की जाएंगी। यह सुविधा प्रायोगिक आधार पर है।
परिवार वालों से कैदियों को फोन पर बात करने की सुविधा
अब पुणे की येरवडा जेल के कैदियों के लिए अच्छी खबर है। येरवडा जेल में कैदियों को मिलेगी फोन की सुविधा। इस फोन की वजह से वे परिवार से बातचीत कर सकेंगे। वे हर महीने में 3 बार परिवार या रिश्तेदारों से फोन पर बात कर सकेंगे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल) अमिताभ गुप्ता ने आज येरवडा जेल में स्मार्ट कार्ड फोन सुविधा का उद्घाटन किया।
क्यों लिया गया फैसला?
यह फैसला कैदियों और उनके परिवारों की मानसिकता को देखते हुए लिया गया है। यह सुविधा कैदियों को महीने में 3 बार मिलेगी। हर कॉल पर आपके परिवार या आपके रिश्तेदारों से 10 मिनट तक बात कर सकेंगे। यानी एक कैदी महीने में 30 मिनट अपने परिवार से बात कर सकेगा। स्मार्ट कार्ड फोन सुविधा राज्य भर में अपनी तरह की पहली परियोजना है।
इसकी शुरुआत प्रदेश में होगी
पुणे की येरवडा जेल में शुरू किया गया यह प्रोजेक्ट पायलट आधार पर है। इसका विश्लेषण किया जाएगा। यदि यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो इसे प्रदेश की अन्य जेलों में भी शुरू किया जाएगा। यह सुविधा कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य में मदद करेगी। कैदी का स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहे इसके लिए जेल में तरह-तरह के प्रयोग किए जाते हैं। इसके लिए सामाजिक संगठनों की भी मदद ली जाती है।