Bihar News पटना (व्हीएसआरएस न्यूज) बिहार के पटना में आज को विपक्षी दलों की महाबैठक हुई। इस बैठक में 30 से अधिक विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया। इस मीटिंग में आगामी लोकसभा चुनाव-2024 में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर मैदान में उतरने की साझा रणनीति पर मंथन किया गया। विपक्षी दलों का ये महामंथन करीब 4 घंटे तक चला।
इस बैठक के बाद ज्वाइंट पीसी में नीतीश कुमार ने कहा कि आज की विपक्ष की बैठक में देश की सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भाग लिया। यह एक अच्छी बैठक थी जिसमें मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया। मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में अगली बैठक होगी। एकसाथ चलने पर बात हुई है। अगली मीटिंग, अंतिम मीटिंग होगी। हम सब साथ रहेंगे, हम बीजेपी को 100 सीटों पर रोकेंगे. हम सब साथ रहे तो बीजेपी जरूर पराजित होगी।
नीतीश कुमार ने क्या कहा?
नीतीश कुमार ने कहा कि अगली बैठक में तय होगा कि कौन कहां लड़ेगा। जो शासन में है वे देश के हित में काम नहीं कर रहे हैं। वे सब इतिहास बदल रहे हैं। हम सबका अभिनंदन करते हैं। हम सभी विपक्षी पार्टियों ने ये निर्णय लिया है कि हम आगे से सभी एक साथ मिलकर लड़ेंगे। बीजेपी देश का इतिहास बदल रही है। अगर यह देश में फिर से जीत कर आ जाते हैं तो देश का संविधान भी बदल देंगे।
शिमला में होगी अगली बैठक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम सभी एक साथ लड़ने के लिए एक आम एजेंडे पर आने की कोशिश कर रहे हैं। हम अगली बार 10 या 12 जुलाई को शिमला में फिर मिलेंगे। 2024 के लोकसभा चुनावों को एक साथ लड़ने के लिए साझा एजेंडे को अगली बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा। हमें हर राज्य में अलग-अलग तरह से काम करना पड़ेगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश बचाने के लिए कांग्रेस बलिदान देने को तैयार है। विपक्ष की बैठक कि बड़ी बात हम सब साथ हैं। विपक्ष की अगली बैठक शिमला में होगी। एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि उद्धव ठाकरे और हम पिछले 25 सालों से एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन सब कुछ भूलकर हम साथ आए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मेजबानी में ये बैठक मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित की हुई।
ये दिग्गज हुए मीटिंग में शामिल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई दिग्गजों ने बैठक में भाग लिया।
बैठक में इन बिंदुओं पर हुई चर्चा
हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी उतारा जाए।
भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का एक नाम तय किया जाए।
न्यूनतम साझा कार्यक्रम (कॉमन मिनिमम प्रोग्राम) तय किया जाए।
गठबंधन की सीटों के बंटवारे का एक सर्वमान्य फॉर्मूला तय किया जाए।
दिल्ली के लिए लाए गए केंद्र सरकार के अध्यादेश पर भी बात हुई।
महाबैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर हुई चर्चा
विपक्षी दलों की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विपक्षी एकजुटता का संयोजक बनाए जाने की घोषणा कुछ देर में संभव है। विपक्षी दलों की बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर चर्चा हुई।
महाबैठक में नीतीश और राहुल ने की ये अपील
महाबैठक में नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों से कहा कि लोकतंत्र बचाना है तो साथ आना जरूरी है। वहीं, राहुल गांधी ने भी विपक्ष से अपील की। उन्होंने कहा कि साफ दिल से विपक्ष एकजुट हो। यह न हो कि अंदर कुछ, बाहर कुछ कहा जाए।
बैठक में उद्धव ठाकरे-शरद पवार की राहुल से अपील
महाबैठक में उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने राहुल गांधी से अपील की कि अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस केजरीवाल को समर्थन दे।