पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में रवींद्र बर्हाटे गिरोह जिस पर भूमि हड़पने,जबरन वसूली और धमकी देने जैसे गंभीर अपराध का आरोप लगाया गया है,इसके खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (एमओसीसी) के तहत एक अन्य मामले में मुकदमा चलाया गया था। मामला दर्ज होने के बाद मुख्य सूत्रधार बर्हाटे फरार हो गया है और उसके ठिकाने का पता नहीं चल पाया है। बर्हाटे की पांच संपत्तियों को प्रशासन ने जब्त कर लिया है। जमीन हड़पने और धोखाधड़ी के मामले में एक वरिष्ठ महिला पर चतुश्रृंगी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में रवींद्र बर्हाटे (मधुसूदन अपार्टमेंट,लुल्लनगर के निवासी) बदर पुलिस के शैलेश जगताप,परवेज जमादार (दोनों सोमवार पेठ पुलिस कॉलोनी) कथित पत्रकार देवेंद्र जैन (प्रियदर्शनी सोसायटी,सिंहगढ़ रोड), प्रशांत जोशी (कृष्णलीला निवासी) सोसायटी,कोथरुड),प्रकाश फले विशाल तोत्रे (शिवाजीनगर पुलिस कॉलोनी के निवासी)संजय भोकरे (सिद्धिविनायक अपार्टमेंट,धनंजय सोसायटी,कोथरुड) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। खड़की डिवीजन के असिस्टेंट कमिश्नर रमेश गलांडे ने 12 गैंग के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस उपायुक्त पंकज देशमुख को एक प्रस्ताव सौंपा था। अतिरिक्त आयुक्त नामदेव चव्हाण ने हाल ही में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी।
दो महीने में 7 मोक्का
पिछले कुछ दिनों से पुणे में एक गिरोह के होने की बात सामने आयी है। पुलिस ने भी गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू की है। मोकासिन ने पिछले दो महीनों में सात गिरोहों पर शिकंजा कसा है।