Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) उत्तर भारत जाने वाले यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए सेंट्रल रेलवे ने साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। पुणे से झाँसी साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 6 जुलाई से 28 सितंबर तक चलाई जाएगी।
मध्य रेलवे द्वारा पुणे से झाँसी तक 26 साप्ताहिक ट्रेनें होंगी। इस ट्रेन से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जाने वाले यात्रियों को सुविधा होगी। यह ट्रेन 6 जुलाई से 28 सितंबर तक चलाई जाएगी। रेलवे प्रशासन ने यह फैसला फिलहाल उत्तर भारत से जुड़ने वाली ट्रेनों में भीड़ को ध्यान में रखते हुए लिया है। इस ट्रेन का स्टॉपेज दौंड, अहमदनगर, कोपरगांव, मनमाड, भुसावल, खंडवा, इटारसी, नर्मदापुरम, भोपाल, विदिशा, बीना और ललितपुर में है।
यह स्पेशल ट्रेन प्रत्येक गुरुवार को दोपहर 3:15 बजे पुणे से रवाना होगी। वह अगले दिन सुबह 9:35 बजे वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई झांसी पहुंचेंगी। यह ट्रेन प्रत्येक बुधवार को दोपहर 12:50 बजे वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई झांसी से रवाना होगी। वह अगले दिन सुबह 11:35 बजे पुणे पहुंचेंगी। इस ट्रेन के लिए टिकट आरक्षण शुरू कर दिया गया है, यह जानकारी मध्य रेलवे के पुणे मंडल के जनसंपर्क अधिकारी डॉ.रामदास भिसे ने दी है।
उत्तर भारतीयों के लिए इस साप्ताहिक ट्रेन के शुरु होने से थोडी राहत भरी खबर हो सकती है। लेकिन इस रुट पर पुणे जिले में बसने वाले उत्तर भारतीयों की तादाद बेहद कम है। पुणे बनारस,दरभंगा,गोरखपुर जैसी साप्ताहिक ट्रेनों की अगर फेरी बढाकर सप्ताह में तीन दिन किया जाता तो उत्तर भारतीयों को ज्यादा राहत मिलती। प्रत्येक वर्ष अप्रैल से जून तक पुणे से यूपी,बिहार जाने वाले यात्रियों की भीड अपार होती है। ट्रेनें फुल ही नहीं बल्कि ओवरफुल होकर जाती है। ट्रेनों के अंदर प्रवेश करने नहीं मिलता। कई लोग आरक्षित टिकट होने के बावजूद ट्रेनों में नहीं चढ़ पाते और घर लौट आते है। टिकट का आलम यह होता है कि चार महिने पहले ही टिकट वेटिंग में चले जाते हैं। अप्रैल आते आते नो रुम की स्थिति पर पहुंच जाती है। कहने में अफसोस होता है लेकिन सच है कि उत्तर भारत की ट्रेनों में लोग भेड बकरी,जानवरों की हालत में ठूंस ठूंसकर जाते है। शौचालयों में लोग बैठकर जाते है। रेलवे प्रशासन व बोर्ड को इस ओर ध्यान देना चाहिए और नई गाडियां संभव न हो तो साप्ताहिक गाडियों की फेरियां बढ़ा देनी चाहिए।