गोपालगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: गोपालगंज के फुलवरिया थाना क्षेत्र के किशुन छापर गांव निवासी युवक का अपहरण कर हत्या करने का मामला सामने आया है। फिलहाल इस घटना के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज मामले की छानबीन में जांच में जुट गई है। परिजनों ने इस मामले में चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है।
नौकरी के नाम पर लिए थे पैसे
बताया जा रहा है कि फुलवरिया थाना क्षेत्र के किशुन छापर गांव निवासी प्रभुनाथ सिंह के 33 वर्षीय बेटे रामाशीष सिंह ने एफसीआई में नौकरी लगवाने के लिए विनोद भगत को 2 लाख रुपए दिए थे। देखते ही देखते 10 वर्ष बीत गए लेकिन उसकी नौकरी नहीं लगी। नौकरी नही लगने के बाद मृतक रामाशीष अपना पैसा मांगता रहा लेकिन उसे उसकी पैसा नही दे रहा था। ऐसे में आरोप है कि शनिवार की दोपहर दवा दुकान मिश्र बतरहाँ से विनोद समेत चार नामजद और दो अज्ञात लोगों ने उसे अपहरण कर लिया और जहर देकर हत्या कर दिया।
मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
वहीं शनिवार से अपने घर नही पहुंचे युवक रामाशीष सिंह के बाद परिजनों को चिंता सताने लगी काफी खोजबीन की गई, लेकिन उसका कही पता नही चल सका। इसी बीच रविवार की शाम आरोपी विनोद भगत द्वारा मृतक के परिजनों के पास फोन कर तबीयत खराब होने की बात कही गई और गोरखपुर बुलाया।
जब परिजन गोरखपुर पहुंचे तो एक प्राईवेट अस्पताल के पास एम्बुलेंस में शव को रख सभी आरोपी फरार हो गए, जिसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज मामले की जांच में जुट गई है।