- बेटी के शादी के तैयारियों पर फिरा पानी
उचकागांव।व्हीएसआरएस संवाददाता: थाना क्षेत्र के अमठा भुवन गांव में एक झोपड़ी में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते तीन भाइयों की बनाई गई आवासीय झोपड़ी आग के चपेट में आने से हजारों की संपत्ति जलकर राख हो गई।
बताया जा रहा है कि थाना क्षेत्र के अमठा भुवन गांव के पुनदेव बैठा, उनके भाई तूफानी बैठा और सुखल बैठा के घर के लोग मंगलवार के दिन अपने कामों में लगे हुए थे। इसी दौरान उनके आवासीय झोपड़ी में पीछे से अचानक आग लग गई। जब तक शोर मचाने पर लोग पहुंचकर आग पर काबू पाते तब तक तीनों भाइयों की झोपड़ियां आग के चपेट में आ गई।
जिसमें रखे एक माह पहले ही लोन पर खरीदी गई बाइक, एक वर्ष पहले मिली ट्राइसाइकिल, बिस्तर, कपड़े, राशन, रुपए सहित सभी सामान जलकर खाक हो गए। घटना में बेटी की शादी के लिए जमा किए गए सामान भी अगलगी में स्वाहा हो गए। जिससे स्वजनों के अरमानों पर पानी फिर गया। मौके पर पहुंचे अग्निशमन वाहन के सहयोग से आग पर काबू पाया जा सका। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सीओ रवीश कुमार ने अगलगी की घटना की जांच की।
वहीं स्थानीय राजस्व कर्मचारी को क्षतिपूर्ति का आकलन करने का निर्देश दिया है। घटना के बाद पीड़ित जमीनी विवाद में अगलगी की घटना को अंजाम देने का आरोप लगा रहे थे। बताया जा रहा है कि उक्त जमीन को लेकर पीड़ित परिवार का गांव के कुछ लोगों के साथ पूर्व से विवाद चल रहा था। इसके बावजूद भी पीड़ित परिवार के लोग बेटी की शादी की तैयारी को देखते हुए पुराने झोपड़ी के स्थान पर नई झोपड़ी कुछ दिन पहले ही रखे थे। तीनों ही परिवार के लोग बहुत ही गरीब हैं।
मेहनत मजदूरी की बदौलत ही परिवार का जीवन यापन होता है। पीड़ित पुनदेव बैठा ईट भट्ठा चिमनी पर ईट ढोने का काम करते हैं। उनकी बेटी सीमा कुमारी का विवाह तय था। 5 जून को तिलक और एक 11 जून को बारात आने वाली थी। परिवार के सदस्य मेहनत मजदूरी की बदौलत जमा किए गए रुपए से बेटी के विवाह के लिए सामान की खरीदारी कर झोपड़ी में रखे थे। उनके भाई सुखल बैठा पैर से दिव्यांग है। सांसद से मिली ट्राई साइकिल से ही उनका कहीं आना जाना होता था।
सुखल बैठा की पत्नी रिंटू देवी भी आंख से पूरी तरीके से दिव्यांग है। अगलगी की घटना के बाद पीड़ित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस दौरान पीड़ित परिवार के लोग घटना में शामिल लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करने के साथ-साथ सरकार से भी आर्थिक सहायता की मांग कर रहे थे। वैसे समाचार लिखे जाने तक मामले में थाने में कोई प्राथमिकी नहीं कराई गई थी।