उचकागांव| व्हीएसआरएस संवाददाता: थाना परिसर में मुहर्रम और महावीरी अखाड़ा को लेकर शांति समिति की बैठक की गई। अध्यक्षता सीओ रवीश कुमार ने की| जिसमें मुहर्रम और महावीरी अखाड़ा के रवायतों को लेकर लोगों ने अपने -अपने विचार रखें। प्रखंड प्रमुख रामाशीष सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान धर्मनिरपेक्ष देश है।यहां सभी लोगों को अपने- अपने तरीके से अपने धर्म को मानने की आजादी है। लेकिन पूर्व से महावीरी अखाड़ा और मोहर्रम के दौरान निकलते आ रहे जुलूस जैसी कुरीति समाज के लिए घातक है। समाज को बांटने का काम कर रही है।
बीडीओ मनोज कुमार पड़ित ने कहा कि मुहर्रम और महावीरी अखाड़ा के दौरान कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार द्वारा जुलूस पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस दौरान सार्वजनिक स्थल पर इसके आयोजन पर पूरी तरीके से प्रतिबंध रहेगा। प्रशासन के द्वारा डीजे और जुलूस के आयोजन को लेकर किसी भी प्रकार के लाइसेंस भी निर्गत नहीं किया जाएगा। धार्मिक कार्यक्रमों और शादी विवाह समारोह में भी कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार द्वारा आर्केस्ट्रा के संचालन पर भी पूरी तरीके से रोक लगा दिया गया है। इसके बावजूद भी कुछ डीजे संचालक अपने यहां नर्तकियों को छुपा कर रखे हुए हैं। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया ऐसे डीजे वालों की जानकारी उपलब्ध कराए ताकि इन पर कार्रवाई की जा सकें। सीओ रवीश कुमार ने कहा कि मुहर्रम को लेकर जगह -जगह भीड़ के साथ ताशे बजाकर विभिन्न आयोजन करने की जानकारी मिल रही है। सभी जनप्रतिनिधि लोगों को जागरूक कर इस तरह के आयोजन को करने से मना करें।
थानाध्यक्ष अब्दुल मजीद ने कहा कि हम सभी लोग हुसैन और श्री राम को मानने वाले लोग हैं न कि यजीद और रावण को मानने वाले। दोनों धर्मों के लोग अपने- अपने घरों में अपने पर्व के दौरान पूजा करें। मेला और जुलूस के आयोजन पर पूरी तरीके से प्रतिबंध है। समाज संगठित रहें समाज में भाईचारा बना रहे इसके लिए हम सभी को आगे बढ़कर विचार करना होगा। नौतन हरैया गांव के जहरुल हक उर्फ झूलन मियां ने मुहर्रम के रवायत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यजीद ने अपने आप को मोहम्मद मानने के लिए इस्लाम धर्म के लोगों पर जुर्म करना शुरू किया। हुसैन ने इस्लाम के लिए गुफा में जाकर अपने पूरे परिवार की शहादत दे दी। मुहर्रम गम का पर्व है।
इस दिन जुलूस नहीं निकलना चाहिए। इस दिन मस्जिदों में जाकर हुसैन को मानने वाले लोगों को कुरान और हदीस पढ़ना चाहिए। मौके पर मुखिया अच्छेलाल यादव, रहमत अली, पूर्व मुखिया अरविंद कुमार राय, अमरेंद्र कुमार सिंह, रमेश कुमार सिंह, बीडीसी शाह आलम, पैक्स अध्यक्ष जाहिद खान, प्रमोद गुप्ता आदि थे।