मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: शहर का चर्चित महावीर अखाड़ा मेला बेहद करीब आ चुका है पर अब तक शहर में इस मेले के प्रति लोगों में को उत्साह नहीं दिख रहा है जो कभी देखा जाता था। खासकर युवा वर्ग इस बार महावीरी अखाड़ा मेले को लेकर विचाराधीन है और मेले से जुड़ी किसी तरह की कोई गतिविधियां शहर में कम सुनने को मिल रही है।
बताते चलें कि मीरगंज में 10 और 11 सितंबर को महावीरी अखाड़ा मेला का आयोजन होना तय है। हर साल शहर में अमूमन 7-8 अखाड़े महावीरी मेले में भाग लेते हैं और स्थानीय लोगों में इसके प्रति काफी जुनून देखा जाता है। इस मेले में आसपास के अलावा दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रो से भी लोग यहां का अखाड़ा मेले को देखने आते हैं पर इस बार स्थानीय अखाड़े वालों के द्वारा रहस्यमयी चुप्पी साथ लेने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है।
कहीं आर्केस्ट्रा और डीजे पर बैन तो इसका कारण नहीं।
शहर में अखाड़े के लाइसेंसधारियों के द्वारा इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट बात नहीं कहीं जा रही है। कहा जा रहा है कि महावीरी मेले में सिर्फ पूजन अर्चन करके काम चलाया जाएगा। बाजार में दुकानों से पूजा के लिए राशि का वसूली का काम भी उदासीनता पूर्वक हो रहा है।
वहीं स्थानीय युवाओं ने बहुत पूरे कुरेदने पर बताया कि बगैर डीजे और नाच गान के महावीरी अखाड़े में उत्साह नहीं रह पाएगा। बताते चलें की प्रशासन के द्वारा महावीरी अखाड़े मेले में डीजे और आर्केस्ट्रा पर रोक लगा दी गई है। हालांकि स्थानीय बुद्धिजीवियों के द्वारा इस कदम का स्वागत किया गया है।