गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: गोपालगंज में केके पाठक द्वारा शिक्षकों के जिला बदर करने के फरमान के बाद जिला शिक्षा विभाग परिसर से शिक्षकों ने एक मशाल जुलूस निकाला।
इस दौरान शिक्षकों ने केके पाठक के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए शहर में भ्रमण किया। वहीं, सैकड़ों की संख्या में शामिल शिक्षकों ने अपने मांगों के समर्थन में अपनी आवाजें बुलंद की।
दरअसल, पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत बिहार शिक्षक एकता मंच के बैनर तले जिले के सैकड़ों महिला पुरुष महिला शिक्षक शिक्षा विभाग परिसर पहुंचे। इस दौरान शिक्षकों ने अपने हाथों में मशाल लेकर शहर के अंबेडकर चेक पोस्ट ऑफिस चौक होते हुए मौनिया चौक पहुंचे। जहां एक सभा में मशाल जुलूस तब्दील हो गई।
इस दौरान परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिला सचिव नीलमणि शाही ने कहा कि आज बिहार सरकार के खिलाफ हम लोग ने मशाल जुलूस के माध्यम से आंदोलन का आगाज किया है। हम शिक्षक सरकार को आगाह कर रहे हैं कि हमारी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाए। नहीं तो एक एक नेताओं का बिहार में निकलना मुश्किल कर देंगे।
शिक्षकों ने निकाली मशाल जुलुस।
हम लोग 20 वर्षों से नौकरी कर रहें है। कोई रिटायरमेंट के कगार पर है, तो किसी के बाल बच्चे यहां पढ़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में शिक्षकों का जिला बदर कर ने फरमान जारी कर रहें है। सरकार द्वारा जो-जो परीक्षा देने को कहा कि उस परीक्षा को हम लोगों ने देने का काम किया है।
बावजूद केके पाठक कह रहें है कि अब जिला बदर किया जाएगा। साथ ही परीक्षा लेने की बात की जा रही है, जो परीक्षा में फेल होंगे उन्हें नौकरी से निकाले जाने की बात कही जा रही है। आज चिट्ठी निकाल कर शिक्षकों को प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है।
वहीं शिक्षकों ने कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। शिक्षकों ने कहा कि वे धरना, प्रदर्शन और हड़ताल जैसे कदम उठाने से भी नहीं हिचकिचाएंगे।