गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: आज़ादी के दीवाने वीर शिरोमणी शहीदे-ए-आजम ऊधम सिंह की 81 वा सहादत दिवस पर उन्हें नमन किया गया। शहर के हजियापुर मोड़ स्थित जिला कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में शहीद उधम सिंह के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर जगजीवन राम विचार मंच गोपालगंज के तत्वाधान मंच के नेताओ ने भावभीनी श्रदांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर मंच के अध्यक्ष रामसूरत राम ने ऊधम सिंह में व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश के अनेक क्रांतिकारियों में शहीद ऊधम सिंह का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। उधम सिंह को देश की आजादी के लिये उतना जुनून था कि देश को आजाद कराने के लिये चलाए जा रहे आंदोलन में अपनी पढ़ाई छोड़कर आंदोलन में कूद पड़े। इसके लिये वे 19124 गद्दर पार्टी में शामिल हो गये थे। इसी सिलसिले में 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर में जलियावाला बाग़ में एक बैठक का आयोजन किया गया था। उसमें कुल दो हज़ार लोग इक्कठे थे। उधम सिंह पानी पिला रहे थे। उस मीटिंग की भनक अंग्रेजी सरकार को हो गई।
अमृतसर के गवर्नर माइकल ओ दायर के आदेश पर जेनेरल दायर ने जलियावाला बाग़ को चारों तरफ से घेर लिया और 90 चक्र गोलियां चलाई जिससे सैकड़ो लोग मारे गए। उसमे उधम सिंह बाल-बाल बच गये पर इस क्रूरता पूर्ण हत्या पर उन्हें गहरा सदमा लगा। मौत का बदला लेने की प्रतिज्ञा की। वे बागी हो गए। 1924 को विदेश चले गए स्वदेश लौटने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पांच साल की सजा हुई । 1931 में जेल से रिहा हुए। फिर माइकल ओ दायर से बदला लेने के लिये लंदन चले गये। 20 साल 7 महीने बाद उन्हें मौका मिल ही गया। 13 मार्च 1940 को लंदन के कंस्टन हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग ले रहे माइकल ओ दायर को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार कर वतन का बदला लिया व पकड़े गए।
31 जुलाई 1040 को लंदन के सेंटवीले जेल में फंसी दे गई। वक्ताओं ने वीर शहीद उधम सिंह को भारत का महान सपूत बताते हुए कहा कि उधम सिंह ने देश के आजादी के लिये महान कुर्बानी दिया था। इस अवसर पर पूर्व पीपी .रामनाथ साहू, मकरध्वज ठाकुर, गोपालगंज प्रखंड जदयू के उपाध्यक्ष अमित कुमार राम, हरकेश राम, मोहित साह, सुनील राम व रामदेव राम आदि वक्ताओं ने अपना विचार व्यक्त किया।