गोपालगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: गोपालगंज में एक कैदी ने जेल में पुलिस के डर से मोबाइल निगल लिया। नशीले पदार्थ की तस्करी के आरोप में पुलिस ने कौशर अली को जेल भेजा था।
शुक्रवार को पुलिस जेल में जांच करने पहुंची तो कौशर मोबाइल पर बात कर रहा था। पुलिस के डर से उसने फोन निगल लिया। थोड़ी देर बाद उसके पेट में दर्द शुरू हो गया। पुलिस उसे अस्पताल लेकर पहुंची। एक्स-रे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। कौशर के पेट में फोन था।
कौशर ने चनावे मंडल कारा में मोबाइल निगला है। मोबाइल कैदी की छाती के नीचे पेट के पास फंस गया। इससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। तबीयत बिगड़ने पर जेल कर्मियों ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया।
पेट दर्द की शिकायत पर जब एक्स-रे किया गया तो मामले का खुलासा हुआ। सदर अस्पताल में डॉक्टर की देख-रेख में उसका इलाज इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है। कैदी नगर थाना क्षेत्र के इंदरवा गांव निवासी बाबू जान मिया के बेटा कौशर अली है।
ड्रग्स तस्करी मामले में जेल में था बंद
बताया जा रहा है, कि जेल में बंद कैदी कौशर अली साल 2020 से चनावे जेल में नशीला पदार्थ तस्करी मामले में बंद है। 17 फरवरी की सुबह वो एक मोबाइल से बात कर रहा था, तभी कुछ पुलिसकर्मी जांच के लिए पहुंच गए।
पुलिस कर्मियों को देख कर वह डर गया और मोबाइल को मुंह में रख कर निगल गया। दो दिन बाद जब उसके पेट में दर्द शुरू हुआ तो उसने जेल कर्मियों को इस बारे में बताया।
जेल कर्मियों ने उसे तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज चल रहा। कौशर ने बताया कि वह साल 2020 से जेल में बंद है। 17 फरवरी की सुबह एक छोटा सा मोबाइल फेंका हुआ मिला। पहले से रखे सिम को मोबाइल में डाला और बात करना शुरू किया तभी मौके पर पुलिसकर्मी पहुंच गए, जिसे देख मुंह में रख कर निगल गया था। दो दिन बाद पेट में दर्द शुरू हुआ।
इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर सिद्दीकी ने बताया कि एक मरीज को शनिवार की रात पेट दर्द की शिकायत पर भर्ती कराया गया। कैदी का नाम कैशर अली है। कैदी ने कुछ निगल लिया है, एक्स-रे में एक फौरन बॉडी (बाहरी सामान) दिख रहा है।
मरीज की हालत अभी स्टेबल है, आगे की जांच के लिए हायर सेंटर भेजा जाएगा। जांच के बाद पता चलेगा कि आखिर वह क्या है कैसे निकलेगा या उसके लिए ऑपरेशन करना पड़ेगा।