बोले- जीवित महिला को किया मृत घोषित
गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: गोपालगंज के मांझागढ़ थाना क्षेत्र के गोनियार गांव निवासी एक प्रसूता की सदर अस्पताल में मौत हो गई। जिसके बाद उसके परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया। जिसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया।
मृतका की पहचान गुनियार गांव निवासी मिथिलेश कुमार की पत्नी नेहा कुमारी के रूप में की गई। बताया जा रहा हैं कि मृतका नेहा दूसरी बार मां बनने वाली थी। जिसे लेकर उसके परिजनों ने गुरुवार की शाम सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने उसे ऑपरेशन कर उसका प्रसव कराया था, लेकिन ब्लड ज्यादा निकल जाने के कारण इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।जिसके बाद डॉक्टर ने महिला को सरकारी शव वाहन द्वारा उसे उसके घर भेज दिया।
जिंदा होने के बावजूद मृत घोषित करने का लगाया आरोप
मृतका के नेहा कुमारी के भाई गुड्डू कुमार ने बताया कि रात में ऑपरेशन के बाद उसने बच्ची को जन्म दिया था। थोड़ी देर बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी और डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर घर लेकर जाने को कहा। वहीं सरकारी शव वाहन से उसके लाश को घर भेज दिया गया।
लेकिन शुक्रवार को परिजन दाह- संस्कार के पहले उसके शरीर में जीवित होने की गतिविधियां होने लगी। जिसके बाद उसे वापस सदर अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां उसका ईसीजी कराया गया। ईसीजी रिपोर्ट में के आधार पर बताया गया की वह जीवित है। लेकिन उसका बच पाना मुश्किल है।
जिसके बाद रिपोर्ट पर 7 तारीख अंकित कर दिया। जबकि ईसीजी 8 तारीख को कराया गया, ताकि हम कुछ कार्रवाई ना कर सकें। परिजनों का आरोप है की चार घंटे तक महिला के शरीर में गतिविधि मौजूद थी। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया है।
रात में ही हुई महिला की मौत
डीएस शशि रंजन ने बताया की रात में ही महिला की मौत हो चुकी थी। लेकिन मौत के कुछ देर तक शरीर में गर्म ही रहता है। लेकिन परिजन बेवजह के मामले को तूल देकर हंगामा कर रहे है।
हंगामे की सूचना के बाद परिजनों ने कराया शांत
नगर थानाध्यक्ष ओपी चौहान ने बताया की सदर अस्पताल के प्रसूता वार्ड में महिला के मौत के बाद हंगामा की सूचना प्राप्त हुई थी। मौके पर पुलिस पहुंची और समझा-बुझाकर मामला शांत कराया हालांकि इस संदर्भ में कोई लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।