बैकुंठपुर | व्हीएसआरएस संवाददाता: नेपाल के तराई क्षेत्रों में हुई मूसलधार बारिश की वजह से गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। शुक्रवार की सुबह पश्चिमी चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी के डाउनस्ट्रीम में चार लाख चार हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। अत्यधिक मात्रा में पानी डिस्चार्ज होने की वजह से जिला प्रशासन ने गंडक नदी के निचले इलाके में विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश जारी किया है।
सभी अंचलाधिकारी को अपने- अपने इलाके में गंडक नदी के तटवर्ती इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजने का निर्देश दिया गया है। पिछली बार 15 जून को गंडक नदी के डाउनस्ट्रीम में 4.18 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया था। जिससे 42 गांवों में बाढ़ की तबाही मची थी। इस बार फिर चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी छूटने की वजह से दियारे में पलायन की स्थिति उत्पन्न होने लगी है। वैसे शुक्रवार को बराज से छोड़ी गई पानी जिले के पतहरा गांव से शनिवार की सुबह गुजरेगी। बैकुंठपुर प्रखंड में शनिवार की शाम बाढ़ की स्थिति गंडक नदी के निचले इलाके में गंभीर हो जाएगी।
बाढ़ और बारिश से फिर मचाएगी तबाही
बैकुंठपुर। जिले के पांच प्रखंडों के 42 गांवों में बाढ़ और बारिश से एक बार फिर तबाही मचेगी। शनिवार की सुबह से जिले के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में गंडक नदी पूरे उफान पर रहेगी। एक-एक कर 42 गांव फिर बाढ़ की चपेट में आएंगे। शुक्रवार को अंचलाधिकारी सुनील कुमार ने सभी राजस्व कर्मियों को अपने- अपने इलाके में जमे रहने का निर्देश दिया है। साथ ही गंडक नदी के निचले हिस्से में बसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजने की व्यवस्था करने का भी आदेश जारी किया गया है। शरण स्थली के अलावे तटबंधों पर कई लोग अभी से ही पहुंचने लगे हैं। बारिश का पानी जिले में पिछले एक सप्ताह से भीषण तबाही मचा रखी है। अब बाढ़ की तबाही के बीच ग्रामीणों की परेशानी दोगुनी हो जाएगी।
तटबंधों पर कैंप कर रहे होमगार्ड के जवान
बैकुंठपुर। जिले के छह प्रखंडों से होकर गुजरने वाली गंडक नदी के किनारे तटबंधों पर होमगार्ड के जवान कैंप कर रहे हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता भी पेट्रोलिंग कर रहे हैं। तटबंध के विक पॉइंट पर बचाव कार्य चलाया जा रहा है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता सचिन कुमार ने बताया कि डुमरियाघाट में गंडक नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान से 25 सेंटीमीटर तथा मटियारी मीटर गेज पर खतरे के लाल निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है।
तटबंध पर फिर सजने लगे बाढ़ पीड़ितों का आशियाना
बैकुंठपुर। गंडक नदी के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ पीड़ितों का आशियाना एक बार फिर तटबंधों पर सजने लगा है। वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी छूटने की प्रशासनिक स्तर पर सूचना मिलने के बाद निचले हिस्से में बसे परिवार एक बार फिर तटबंध पर बोरिया-बिस्तर व माल-जाल के साथ पहुंचाए हैं। 15 जून के बाद गंडक नदी में चौथी बार उफान आने से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। हालांकि बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों द्वारा स्थिति सामान्य होने का दावा किया जा रहा है।
इस बारे मे गोपालगंज एसडीएम उपेंद्र पाल ने बताया कि गंडक नदी के जलस्तर में चार लाख क्यूसेक पानी वाल्मीकि नगर बराज से डिस्चार्ज किया गया है। दोपहर बाद डिस्चार्ज लेबल में कमी आ रही है। नदी के तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की गई है। अंचलाधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है।