- जिला प्रशासन के निर्देश पर चली छापेमारी।
गोपालगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: जिले के विभिन्न प्रखंडों में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त छापेमारी में कई अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापेमारी की गई। इस दौरान जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी भी शामिल रहे। हथुआ प्रखंड के विभिन्न अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर की गई छापेमारी के बाद अल्ट्रासाउंड संचालकों में हड़कंप मच गई है।
जिले में भ्रूण की लिंग जांच पर रोक लगाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन सख्त है। विभागीय छापेमारी दल ने मंगलवार को अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच की । जांच के दौरान कुछ अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गड़बड़ी पाए जाने पर कार्रवाई की गई।
37 अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर हुई छापेमारी
सदर एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार के नेतृत्व में शहर के 37 अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर छापेमारी की गई। जिसमें सात अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ, नगर परिषद के एग्जीक्यूटिव सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। वहीं मंगलवार को मीरगंज शहर में विशेष अभियान चला कर अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच की गई। हथुआ एसडीओ राकेश कुमार के नेतृत्व में चले जांच अभियान में संचालित तीन अल्ट्रासाउंड केंद्र मानक स्थिति में नहीं पाए गए। नियम विरुद्ध संचालित हो रहे आलोक, सुप्रिया तथा यश अल्ट्रासाउंड केंद्रों को एसडीओ ने सील करा दिया। इस कार्रवाई से शहर के अन्य अल्ट्रासॉउन्ड संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।
मंगलवार की दोपहर में हथुआ एसडीओ राकेश कुमार और अनुमंडल स्वास्थ्य प्रभारी पुलिस बल के साथ मीरगंज शहर के सभी अल्ट्रासॉउन्ड सेंटरों पर पहुंचे और जांच किया। शहर के जयप्रकाश चौक स्थित सुप्रिया, थाना के पास स्थित आलोक तथा नरइनिया स्थित यश अल्ट्रासॉउन्ड पर जांच के दौरान चिकित्सकों की तैनाती से लेकर सभी प्रकार के मानकों की अनदेखी का मामला सामने आया।
मौके पर रेडियोलाजिस्ट की मौजूदगी भी नहीं पाई गई। एसडीएम ने तत्काल प्रभाव से अल्ट्रासाउंड केंद्र को सील करा दिया। इसी अन्य अल्ट्रासाउंड केंद्र पर टीम के द्वारा जांच की गई। जहां पर जरूरी कागजात नहीं पाए गए। कई जगह एमबीबीएस चिकित्सक की तैनाती के बगैर मिली ही रेडियोलाजिस्ट द्वारा अल्ट्रासाउंड केंद्र का संचालन किया जा रहा था।
हथुआ एसडीओ ने बताया कि मीरगंज शहर में सील किए गए सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों में रेडियोलाजिस्ट की तैनाती नहीं पाई गई। इसके साथ ही अन्य प्रकार की अनियमितता भी मिली है। सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों को सील कराकर नोटिस दी जा रही है। उचित जवाब नहीं मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।