राजपुर झांकी तथा गोसाई माझा गांव में हटाया गया अतिक्रमण
फुलवरिया| व्हीएसआरएस संवाददाता: फुलवरिया थाने के सहायक श्रीपुर ओपी क्षेत्र के राजपुर झाँकी गांव में शनिवार को माननीय उच्च न्यायालय पटना बिहार के आदेश के आलोक में सरकारी जमीन पर बरसों से अतिक्रमण किए एक अतिक्रमणकारियों पर कानून का डंडा चला| जिसमें अतिक्रमणकारी विश्वनाथ खटीक है| जिन्होंने आम रास्ते की जमीन पर वर्षों से अर्धनिर्मित पक्का मकान तथा पूस की झोपड़ी बना कर अतिक्रमण कर लिया था| वही गोसाई माझा गांव में वन विभाग के 27 कट्ठा जमीन पर उसी गांव के उमा बैठा, मदन बैठा, इंद्रदेव बैठा, लल्लन बैठा तथा शिवनाथ गोड़ चार पुस की झोपड़ी तथा दो पक्का मकान बनाकर अतिक्रमण कर लिया है|
जिसको लेकर बार-बार न्यायालय द्वारा निर्गत आदेश के बावजूद भी अतिक्रमणकारियों द्वारा सरकारी भूमि को खाली नहीं किया जा रहा था| जिस के विरुद्ध निचली अदालत के निर्देश के बाद अतिक्रमण बाद माननीय उच्च न्यायालय में चला| जहां उच्च न्यालय द्वारा जमीन खाली कराने का आदेश जिलाधिकारी गोपालगंज को दिया गया| जिस अतिक्रमण को स्थानीय सीओ श्यामसुंदर राय, प्रखंड विकास पदाधिकारी अजित कुमार रौशन,थानाध्यक्ष अशोक कुमार, श्रीपुर ओपी अध्यक्ष नागेंद्र कुमार सहनी के नेतृत्व में पुलिस के जवानों ने जेसीबी मशीन लगा कर पूस की झोपड़ी तथा अर्धनिर्मित पक्का मकान को ध्वस्त किया गया|
इसकी जानकारी देते हुए सीओ श्यामसुंदर राय ने बताया कि इसके पूर्व भी ततकालीन सीओ द्वारा उक्त भूमि को खाली कराया गया था| जिस पर पुनः अतिक्रमणकारियों द्वारा झोपड़ी व पक्का मकान बनाकर अतिक्रमण कर लिया गया| जिसे माननीय उच्च न्यायालय ने सँज्ञान लेते हुए भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने का आदेश पारित किया| जहां बीएमपी बीएसफ के अलावे जिला बल गृह रक्षक जवान पर्याप्त मात्रा में मंगा कर अतिक्रमणकारियों से भूमि को खाली कराया गया|
इस दौरान प्रशासन से उक्त अतिक्रमणकारियों ने नोकझोंक भी की| जिसमें पर्याप्त मात्रा में महिला पुलिस भी शामिल थी| जब अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में प्रशासन पहुंचा तो राजपुर झांकी व गोसाई मांझा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया| इसके पूर्व प्रशासन ने लाउडस्पीकर से जमीन खाली कर देने का आदेश समय निर्धारित करते हुए अतिक्रमणकारियों को दिया| निर्धारित समय के बाद सभी अतिक्रमण कारी अपने मकान को खाली करते हुए घर से बाहर निकल गए| इसके बाद जेसीबी मशीन लगाकर मकान को ध्वस्त किया गया।