गोपालगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: ज़िला काँग्रेस कार्यालय पर ज़िले के सभी काँग्रेसजनों ने काँग्रेस की 139 वां स्थापना दिवस बड़ी ही हर्सोउलास से मनाया। कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाइयाँ खिला कर बधाई दी।
ज़िला अध्यक्ष ओम प्रकाश गर्ग ने कहा कि इस देश की सबसे पुरानी स्वतंत्र भारत की लड़ाई से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण तक कॉंग्रेस की यह यात्रा जारी है। इन दिनों कांग्रेस के भविष्य को लेकर जो सवाल उठाए जा रहे हैं वे तथ्यपरक कम, पूर्वाग्रह-प्रेरित ज्यादा लगते हैं।
विफलता और पराजय से कांग्रेस कभी अनजान नहीं रही है, लेकिन यह सच्चाई है कि जब-जब केन्द्र में गैर कांग्रेसी सरकारें सत्तारूढ़ हुई हैं, देश की अर्थव्यवस्था चरमराई है। जातिवादी, अवसरवादी और फिरकापरस्ती गठजोड़ मजबूत हुआ है। धर्मनिरपेक्षता के नैतिक मूल्यों को चोट पहुंची है और गरीबों, कमजोर वर्गों तथा अकलीयतों की भलाई के काम नहीं हुए।
अपने स्थापना दिवस के अवसर पर कांग्रेस को अपने गौरवपूर्ण अतीत के सिंहावलोकन, वर्तमान में आत्मावलोचन और उज्ज्वल भविष्य के चिंतन की जरूरत है। आज ऐसी शक्तियां देश पर हावी हैं, जिनका लक्ष्य लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष भारत के बजाए कुछ और है और जो भारत के बहुलतावादी चरित्र को ही खत्म करना चाहती हैं। जबकि भारत विभिन्न धर्मो, संस्कृतियों, भाषाओं और समाजों का ऐसा सुंदर गुलदस्ता है, जिसमें एक साथ कई फूल खिलते हैं, कई रंग दमकते हैं।
हमें कॉंग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मर्लिकारजून खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी के रूप में कांग्रेस के नेतृत्व पर गर्व है। जिनका संकल्प देशहित में सेवा-भाव से काम करना है। अडिग संकल्प, स्पष्ट दिशा और मजबूत इरादों के साथ वर्तमान परिस्थितियों में कांग्रेस को मदांध सत्ता की चुनौती के सामने खड़ा होना है। ताकि आने वाले समय में हमारी नीतियों, सिद्धांतों और कार्यक्रमों की वजह से समाज के सभी वर्गों का विश्वास और समर्थन कांग्रेस को हासिल हो।
इस अवसर पर सुरेन्द्र कुमार, विनोद कुमार तिवारी, सतार अली ,नागेंद्र तिवारी, रामकुमार मांझी, धनंजय गिरी, इजराफिल अंसारी, रेयाज़ अहमद, अधिवक्ता हीरालाल गद्दी, ताहिर हुसैन, जुल्फीकार अली भुट्टू, अधिवक्ता हीरा लाल, राकेश कुमार तिवारी, मनोज जायसवाल, अनिल कुमार दूबे, दिनेश कुमार माँझी, आज़ाद सिद्धिकी, राजेश जायसवाल, हरिशंकर सिंह, शकील अख़्तर, मुकेश कुमार व शमशाद आलम सहित अन्य काँग्रेस जन मौजूद रहें।