गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी शनिवार को उच्च माध्यमिक स्कूल बेलसंड पहुंचे। ये वही स्कूल है जहां से अभिनेता ने प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की है।
स्कूल आने के बाद बच्चियों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पंकज त्रिपाठी का स्वागत किया। महका है चमन सारा श्रीमान जो आए हैं। गीत गाते हुए बच्चियों ने अभिनेता को वेलकम किया।
बता दें कि इस स्कूल को कुछ महीने पहले पंकज त्रिपाठी ने गोद लिया है। अब तक करीब 60 लाख का काम स्कूल में करवा चुके हैं। शनिवार को उन्होंने अपने मरहूम पिता की यादों को समर्पित करते हुए 300 बुक्स की लाइब्रेरी का उद्घाटन किया है।
पंकज त्रिपाठी ने स्कूल को लिया है गोद
पंकज त्रिपाठी जिस स्कूल से पढ़ कर आज देश दुनिया में नाम कमा रहे उस स्कूल से उनकी पुरानी यादें जुड़ी हैं। यही कारण है कि उन्होंने इस स्कूल की पेंटिंग के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था की है।ताकि छात्र छात्राओं को पढ़ने में किसी तरह की कोई समस्या न हो। पंकज ने इस स्कूल को गोद लेकर इसका जीर्णोद्धार कराया।
बाउंड्री, गेट, विद्युतीकरण, पंखे, लाइट, सोलर इन्वर्टर लगवाया। अपने पिता के श्राद्ध कर्म के बाद उनकी याद में स्कूल को लाइब्रेरी का उपहार दिया है।
बच्चों ने भी की है कई बुक की डिमांड
स्कूल की लाइब्रेरी में चुनी हुई पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी। अभिनेता ने पूरा दिन छात्र छात्राओं के बीच बिताया। उनसे संवाद किया और खेल सामग्री, अन्य जरूरी पुस्तकों के लिए सूचित करने के लिए बोला। पंकज ने बताया कि छात्रों द्वारा मांगी गई पुस्तकें एक सप्ताह में उपलब्ध करा दी जाएंगी।
21 अगस्त को हुआ है पिता का निधन
पंकज त्रिपाठी बरौली थाने के बेलसंड गांव के निवासी हैं। उनके पिता पं बनारस तिवारी का बीते 21 अगस्त को निधन हो गया था। पिता के अंतिम संस्कार के बाद उन्होंने बनारस में अस्थि विसर्जन किया।श्राद्धकर्म के बाद पंकज ने लगभग 300 पुस्तकों के साथ अपने स्कूल को लाइब्रेरी का उपहार दिया।
अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने बताया कि बाबूजी पं बनारस तिवारी की स्मृति में पुस्तकालय का लोकार्पण किया गया है। पहले ही स्कूल का जीर्णोद्धार और विद्युतीकरण सहित सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई थी। पिता के निधन के बाद उनकी स्मृति में लाइब्रेरी खोली गई है। रोचक पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही पुस्तकों की डिमांड होगी, उसे उपलब्ध कराई जाएगी।