गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र के तुरकाहा नहर के पास एआईएमआईएम नेता असलम मुखिया की हत्या मामले में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ कर रही है। एसआईटी और डीआईयू की टीम पूरे मामले की गुत्थी सुलझाने में लगी है।
एसपी स्वर्ण प्रभात आज घटनास्थल पर पहुंचे और विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए अपने अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभी तक चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पूछताछ की जा रही है। एसआईटी और डीआईयू की टीम सभी बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। जल्द ही मामले का उद्भेदन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिस बाइक से घटना को अंजाम दिया गया है, उस बाइक को भी बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि आपसी रंजिश का मामला लग रहा है। फिलहाल सभी बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है।
हिना शहाब समेत कई नेता परिवार से मिलने पहुंचे
इधर मृतक के घर नेताओं और उनके समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा। हिना शहाब भी परिवार से मिलने पहुंची और उन्हें सांत्वना दी। कहा कि असलम मुखिया हमारे भाई जैसे थे। उनके बच्चे हमारे बच्चों के काफी करीबी हैं। इसलिए परिवार से मिलने आए थे।
एआईएमएआई पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आदिल हसन अपने नेताओं के साथ पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि हमलोग लिस्ट मांगते हैं कि कितना आदिल, असलम, अख्तर, इरफान, सरवर का नाम चाहते हैं? या यह बोल दें कि बिहार में एआईएमआईएम राजनीति नहीं करें।
बताया कि गोपालगंज से हमारी पार्टी चुनाव लड़ने जा रही थी। असलम साहब सारण प्रमंडल के प्रभारी थे। प्रदेश सचिव थे। हम लोग इस लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे और होम सेक्रेट्री व डीजीपी से मांग करेंगे। क्योंकि नीतीश जी से हमें कोई उम्मीद नहीं है।
विधानसभा के प्रत्याशी रहे थे असलम मुखिया
आपको बताते चलें कि मृतक नगर थाना क्षेत्र के तकिया याकूब गांव निवासी 55वर्षीय अब्दुल सलाम उर्फ असलम मुखिया वर्ष 2011 से 16 तक चौराव पंचायत के मुखिया थे। 2022 विधान सभा के उपचुनाव में एआईएमएआई के टिकट पर चुनाव लड़े थे
जिसमें 12 हजार 5 सौ वोट प्राप्त किए थे। समाज में अच्छी पकड़ थी। साथ ही गोपालगंज इस्लामिया मदरसा के सचिव भी थे। चार भाई में सबसे बड़े थे। उनके तीन बेटे भी हैं।