Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) प्रेरणा बैंक अपनी विश्वसनीयता,पारदर्शिता,ईमानदारी और ग्राहक सेवा के लिए जाना जाता है। सहयोग में टीम वर्क और विश्वास जरूरी है,यही भावना प्रेरणा बैंक में है, यही वजह है कि बैंक ने कम समय में इतना बड़ा कारोबार देखा है। महाराष्ट्र में सहकारी आंदोलन बढ़ना और जीवित रहना चाहिए। यह समान रूप से जड़ होना चाहिए। यह सहकारिता में काम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने यह राय व्यक्त की। वह प्रेरणा बैंक के रजत जयंती वर्ष समारोह कार्यक्रम में बोल रहे थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थापक तुकाराम गुजर ने की। इस अवसर पर सभापति कांतिलाल गुजर,पूर्व विधायक विलास लांडे,संत तुकाराम सहकारी चीनी कारखाना के उपाध्यक्ष बापू भेगड़े, राकांपा शहर अध्यक्ष अजीत गव्हाणे, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नाना काटे, पूर्व पार्षद मयूर कलाटे, संतोष बारणे, कैलास बारणे, मनोहर पवार उपस्थित थे। सतीश दरेकर, विक्रांत लांडे, संदीप चिंचवड़े, कालूराम बारणे, बैंक के उपाध्यक्ष श्रीधर वाल्हेकर, निदेशक गबाजी वाकड़कर, सुरेश पारखी, संजय पठारे, संतोष मुंगसे, अक्षय गुजर, नाना शिवले आदि मान्यवर उपस्थित थे।
अजीत पवार ने आगे कहा कि तुकाराम गुजर, कांतिलाल गुजर और सभी निदेशक मंडल ने प्रेरणा बैंक की स्थापना के बाद से इसके माध्यम से अच्छा काम किया है। बैंक ने नवीनतम प्रौद्योगिकी सुविधाओं का उपयोग करके, उसे बढ़ावा देकर, ग्राहकों को बुनियादी बदलावों के बारे में सूचित करके, कर्मचारियों को अधिक प्रशिक्षण देकर ये सभी काम किए हैं। प्रेरणा बैंक ने पिछले पच्चीस वर्षों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। अच्छे कार्यों के कारण प्रेरणा बैंक की सहकारी समितियों में अच्छी प्रतिष्ठा है। वित्तीय संस्थानों को अच्छे से चलाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जिन बैंकों में निदेशक मंडल, अधिकारी और कर्मचारी अच्छा काम करेंगे वही बैंक भविष्य में टिके रहेंगे। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि हम जानते हैं कि कई बैंक रसातल में चले गये हैं। बैंक निदेशक बनना उतना आसान नहीं है जितना लगता है। निदेशक का पद प्रशंसा पाने या अखबार में लिखने का नहीं है, यह जिम्मेदारी का पद है।