पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: जेपी सेतु के समानांतर फोर लेन पुल को मंजूरी नहीं मिल पाने से भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत पटना से साहेबगंज के बीच फोर लेन सड़क का प्रोजेक्ट अटका पड़ा है। यह सड़क एम्स के समीप से एम्स-दीघा एलिवेटेड सड़क होते हुए सोनपुर जाएगी और वहां से हाजीपुर के अंजान पीर से आगे बढ़ते हुए केसरिया से ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से जुड़ेगी। राज्य सरकार ने इस बारे में पुन: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को लिखा है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय पटना-साहेबगंज के बीच भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत फोरलेन सड़क निर्माण के लिए डीपीआर बनवाना शुरू कर दिया है। पटना एम्स से आदलवाड़ी सड़क 30 किमी की है। आदलवाड़ी ही अंजान पीर है। इसके लिए अलग पैकेज के तहत डीपीआर तैयार कराया जा रहा। वहीं आदलबाड़ी से माणिकपुर के लिए भी डीपीआर तैयार कराया जा रहा। यह 40 किमी लंबी सड़क है। भारतमाला श्रृंखला के तहत बनने वाली सड़क के तहत यह प्रावधान है कि उसे सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़क की कनेक्टिवटी दी जानी है। इसलिए एसएच-74 होते हुए केसरिया में इस सड़क को ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर की कनेक्टिवटी मिल रही है।
वही जब पटना से साहेबगंज के बीच भारतमाला श्रृंखला के तहत यह प्रोजेक्ट तय हुआ तो राज्य सरकार ने एक नए एलायनमेंट को अपनी स्वीकृति प्रदान की। यह एलायनमेंट यह है कि जेपी सेतु के समानांतर नए फोर लेन पुल से गुजरकर यह सड़क गुजरे। जब इस प्रोजेक्ट के शेष हिस्से को मंजूरी देने के साथ डीपीआर पर काम शुरू हुआ तो राज्य सरकार ने पुन: इस पुल को लेकर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को रिमाइंडर भेजा है। इस मामले में पेच यह है कि जहां ङ्क्षरग रोड को स्वीकृति रहती है वहां शहर के भीतर नए एनएच को मंजूरी नहीं मिल सकती। पथ निर्माण विभाग इसका जबाव तैयार कर रहा है।
आपको बताते चले कि आरंभ में जेपी सेतु के समानांतर पुल निर्माण को ले यह तय हुआ था कि शीतलपुर से यह जेपी सेतु होते हुए दीघा की ओर आ जाए। इसके लिए जेपी सेतु के समानांतर नया पुल तैयार हो जाए। पर बाद में ङ्क्षरग रोड के एलायनमेंट में बदलाव हुआ तो दिघवारा से शाहपुर के बीच गंगा पर नया पुल बनाया जाना है। पथ निर्माण विभाग ने जेपी सेतु के समानांतर नए पुल के लिए पुल निर्माण निगम से एक डीपीआर भी तैयार कराया हुआ है। पुल निर्माण पर 1900 करोड़ का खर्च बताया जा रहा है।