हाथरस| व्हीएसआरएस न्यूज: यूपी के हाथरस के सासनी क्षेत्र के गांव नौजरपुर में एक पिता को अपनी बेटी के साथ हुई छेड़छाड़ के खिलाफ केस दर्ज कराना महंगा पड़ गया। 2018 में दर्ज छेड़छाड़ का मुकदमा वापस न लेने पर सोमवार को खेत में आलू की खोदाई करवा रहे एक किसान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पुत्री ने चार नामजद सहित छह लोगों के विरुद्ध थाने में तहरीर दी जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
सीएम योगी ने आरोपियों पर रासुका लगाने का दिया आदेश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस हत्याकांड में अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने सभी आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने के लिए भी कहा है।
क्या बोली पुलिस
इस बारे में पुलिस ने बताया है कि, मृतक ने मुख्य अभियुक्त पर आज से ढाई साल पहले छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके लिए वह एक महीने जेल भी गया था। आरोपी की मृतक की पत्नी और मौसी की दो बेटियों से कहासुनी हो गई। इसके बाद आरोपी और मृतक में बहस हो गई और उसने परिवार के कुछ लड़कों को बुलाकर उन पर गोली चला दी।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी अनुसार नौजरपुर निवासी 52 वर्षीय किसान अपने खेतों पर मजदूरों से आलू की खोदाई करा रहे थे। दोपहर में उनकी पत्नी अपनी बेटी के साथ उनको खाना देने के लिए खेत पर गईं थीं। इसी दौरान आरोपी गौरव अपने दो साथियों के साथ सफेद रंग की गाड़ी में आया और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों से घायल होकर वह वहीं गिर गए। इससे वहां अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया।
वही खेत में काम कर रहे मजदूर जान बचाकर इधर उधर छिप गए। सूचना पाकर गांव के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। आनन फानन में परिजन अमरीष को उपचार के लिए हाथरस लेकर गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
चर्चा है कि फायरिंग के दौरान एक हमलावर को भी गोली लग गई थी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अन्य हमलावर उसे अपने साथ गाड़ी में डालकर फरार हो गए। देर शाम मृतक की पुत्री ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें गौरव, रोहतास शर्मा, निखिल शर्मा, ललित शर्मा व दो अन्य पर हत्या का आरोप लगाया गया है।
मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहा था आरोपी
आपको बताते चले कि मृतक ने 16 जुलाई 2018 को आरोपी गौरव के विरुद्ध घर में घुस कर छेड़खानी करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में गौरव 15 दिनों तक जेल में रहा था। इसका मुकदमा अभी चल रहा है। जेल से आने के बाद से ही गौरव मुकदमा वापस लेने के लिए अमरीष पर दबाव बना रहा था। मृतक ने ऐसा करने से मना कर दिया था। इससे गौरव उनसे रंजिश मानता था।