नवादा| व्हीएसआरएस न्यूज: नारदीगंज थाना क्षेत्र के बस्ती बिगहा बाजार में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में हुई लूट की घटना को 72 घंटे से अधिक बीत चुके हैं। पुलिस इस मामले में अब तक खाली हाथ है। इतने समय के बावजूद अपराधियों का सुराग नहीं मिलना पुलिस के खुफिया तंत्र पर सवाल खड़े करता है। मालूम हो कि बीते दिनों राज्य के कई अन्य जिले में भी बैंक लूट की घटनाएं हुई हैं।
जांच में जुटी है पुलिस
मिली जानकारी अनुसार दस अलग-अलग टीमों को घटना का पर्दाफाश करने में लगाया गया है। वैज्ञानिक तरीके से भी जांच-पड़ताल की जा रही है। डीआइयू की टीम तकनीकी स्तर पर अपराधियों का सुराग लेने में लगी है। महकमे की अन्य टीमें सीसीटीवी फुटेज और बैंक अधिकारियों के बताए गए हुलिया के आधार पर अपराधियों की टोह में लगी है। एसपी धूरत सयाली सावलाराम खुद पूरे मामले पर नजर बनाए हुई हैं। लेकिन पुलिस अब तक बैकफुट पर नजर आ रही है। पिछले कुछ वर्षों से थानों की पुलिस पूरी तरह डीआइयू पर आश्रित हो गई है। तकनीकी और वैज्ञानिक जांच पर आश्रित हो जाने के चलते पुलिस का मानवीय सूत्र कमजोर पड़ चुका है।
सवालों के घेरे में बैंकों की सुरक्षा
हालांकि राज्य में बैंक लूट की घटनाएं समय-समय पर हो रही हैं। तमाम सुरक्षा के दावों के बावजूद अपराधी अपना काम कर जाते हैं। वैसे नवादा जिले में कई वर्षों के बाद बैंक लूट की वारदात हुई है। लेकिन इस घटना के बाद निश्चित रूप से बैंकों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। पुलिसिया दावों की पोल खुल गई है। वैसे बड़े-बड़े बैंकों में सुरक्षा के इंतजाम है। सुरक्षा प्रहरी की प्रतिनियुक्ति है। लेकिन अधिकांश बैंकों में एक-दो गार्डों पर ही सुरक्षा का दारोमदार है।
वही इस मामले में एसडीपीओ का कहना है कि पुलिस सघन जांच-पड़ताल में लगी हुई है। अपराधियों को जल्द पकड़ा जाएगा। फिलहाल अभी कोई सफलता नहीं मिल सकी है।इधर शनिवार को बैंक में सामान्य ढंग से कामकाज हुआ। शाखा प्रबंधक मनेंद्र कुमार ने कहा कि ग्राहकों का काम निबटाया जा रहा है।