पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: सोमवार से बिहार के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों के 6 से 8 तक की कक्षाएं 50 फीसद बच्चों के साथ शुरू होंगी। शिक्षा विभाग कोविड-19 का संक्रमण को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के नियमित स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था करने और विद्यालय या उसके नजदीक स्थल पर डॉक्टर, नर्स, काउंसेलर एवं स्वास्थ्य परीक्षक की व्यवस्था करने का आदेश सभी जिलाधिकारियों को दिया है।
रोटेशन में चलेंगी कक्षाएं
इस बारे मे स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के मुताबिक विद्यालय में कक्षाएं रोटेशन के हिसाब से लगेंगी। आधे बच्चे एक दिन स्कूल-कॉलेज में आएंगे तो आधे दूसरे दिन। स्कूल कोरोना की गाइड लाइन का पालन करते हुए खोले जाएंगे। स्कूल बच्चों पर दबाव नहीं बनाएंगे। स्कूल प्रबंधन के लिए आवश्यक होगा कि वह बच्चों को स्कूल बुलाने के पूर्व अभिभावक की सहमति प्राप्त करें। जिस विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा है उसमें दो पाली में कक्षाएं चलेंगी।
वही शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों में किसी तरह का समारोह-त्योहार (बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा) और एसेंबली का आयोजन कराने पर रोक लगा दी गई है। प्रत्येक विद्यालय में सतर्कता टीम का गठन करना अनिवार्य है। इसमें विद्यार्थी- शिक्षक के अलावा विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्य होंगे। आकस्मिक सुरक्षात्मक (सेेनेटाइजेशन, साफ-सफाई व शारीरिक दूरी आदि) संबंधी तैयारी के लिए सतर्कता टीम उतरादायी होगी। शिक्षकों व कर्मियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति होगी। कक्षाओं में 6 फीट की दूरी पर बैठने की व्यवस्था अनिवार्य है।
कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन अनिवार्य, सभी डीएम को मिला आदेश
- शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के नियमित स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था का निर्देश
- विद्यालय या उसके नजदीक स्थल पर डॉक्टर, नर्स, काउंसेलर व स्वास्थ्य परीक्षक की व्यवस्था करने का निर्देश
- विद्यालय में किसी तरह का समारोह व एसेंबली नहीं कराने का निर्देश
- हर विद्यालय में सतर्कता टीम का गठन अनिवार्य
- 50 फीसद बच्चों की उपस्थिति के साथ कक्षाएं चलेंगी
- जिस स्कूल में ज्यादा बच्चे वहां दो पाली में स्कूल चलाने का आदेश
- जीविका के माध्यम से सरकारी विद्यालयों में प्रत्येक विद्यार्थी को मिलेगा दो-दो मास्क
नर्सरी से पांचवीं कक्षा के स्कूल खोलने पर फैसला
हालांकि शिक्षा विभाग के मुताबिक अगले सप्ताह क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में नर्सरी से पांचवी कक्षा तक के स्कूलों को खोलने पर फैसला लिया जा सकता है। यहां बता दें कि 29 जनवरी को मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में हुई क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कक्षा 6 से 8 तक के विद्यालयों को खोलने का फैसला लिया गया था। इससे पहले 18 दिसंबर 2020 को क्राइसिस मैनेजमेंट बोर्ड की बैठक में कक्षा 8-12वीं तक के स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया था। निर्णय के आलोक में 4 जनवरी से सभी सरकारी एवं निजी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। दिसंबर में ही कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों के संचालन की भी अनुमति दी गई थी।
- हर विद्यार्थी व शिक्षक और कर्मचारी के लिए मास्क पहनना और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन अनिवार्य
- एक बेंच पर दो से अधिक बच्चे नहीं बैठेंगे।
- संभव हो शिक्षक-अभिभावक की वर्चुअल मीटिंग किया जाए
- डिजिटल थर्मामीटर, सेनेटाइजर, साबुन की व्यवस्था जरूरी