गया| व्हीएसआरएस न्यूज: पहाड़ को काटकर रास्ता बनाने वाले पर्वत पुरुष के नाम से प्रसिद्ध दशरथ मांझी की बेटी लौंगिया देवी का आज शुक्रवार की सुबह 7 बजे अपने गहलौर स्थित आवास पर निधन हो गया। 65 वर्षीय लौंगिया देवी कुछ महीने पहले अपने घर में गिर गई थी। इसके बाद वह लगातार बीमार रह रही थी। लौंगिया के निधन की सूचना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक जताया है। मोहड़ा प्रखंड अंतर्गत गहलौर पंचायत के मुखिया राणा रंजीत सिंह के मोबाइल पर सुबह में फोन करके मुख्यमंत्री ने मृतका के स्वजनों को ढांढस बंधाया। शोक संवेदना व्यक्त की। जिला प्रशासन की ओर से बीडीओ, सीओ लौंगिया देवी के घर पहुंचे। उपविकास आयुक्त सुमन कुमार ने कहा कि स्वजनों से बातचीत हुई है। गहलौर में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। इधर, जानकारी के मुताबिक लौंगिया देवी के दाह-संस्कार में मुखिया अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं।
मिली जानकारी अनुसार पर्वत पुरुष दशरथ मांझी की इकलौती बेटी लौंगिया देवी एनीमिया की मरीज थी। पिछले ही माह छठ पूजा के समय जिलाधिकारी ने उसकी खराब सेहत की सूचना पाकर अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां कुछ दिनों तक इलाज करने के बाद डॉक्टरों ने उसे पटना रेफर किया। तब मरीज को 2 यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया। मेडिकल के अधीक्षक डॉ. हरिश्चंद्र हरि ने बताया कि लौंगिया देवी को ह्रदय से संबंधित भी तकलीफ थी। उसके शरीर की हड्डी भी टूटी हुई पाई गई थी। जिसके इलाज के लिए ऑपरेशन की सलाह दी गई। मरीज का बेहतर इलाज हो इसके लिए उसे मेडिकल अस्पताल से पटना रेफर किया गया। लेकिन उसके स्वजन पटना नहीं ले जाकर गहलौर ले गए। उपविकास आयुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन लौंगिया देवी का बेहतर इलाज कराना चाहता था। लेकिन उसके स्वजन ही पटना नहीं जाना चाहते थे। लौंगिया देवी को दो-दो बार मेडिकल में भर्ती भी कराया गया था।
वही गहलौर स्थित लौंगिया देवी के आवास पर शोक सांत्वाना देने के लिए दूसरे गांव के लोग पहुंच रहे हैं। मृतका के भतीजा मिू मांझी ने बताया कि लौंिगया देवी के पति सकुन मांझी की मौत करीब 25 साल पहले हो गई थी। उसके परिवार में तीन बेटा विंदा मांझी, सुबोध मांझी व गया मांझी हैं। इनमें से 2 बेटा रजौली ईंट-भा पर रहकर आजीविका चलाता है। गांव के लोग बताते हैं कि लौंगिया देवी का परिवार इन दिनों मुफलिसी की जिंदगी जी रहा है।
आपको बताते चले कि माउंटेन मैन दशरथ मांझी की पुत्री लौंगिया देवी के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने गहरा शोक जताया है। मांझी ने कहा लौंगिया संघर्ष की मूर्ति थीं। आजीवन अपने पिता के बताए रास्ते पर चलीं और गांव के भोले-भाले लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहीं। जीतन राम मांझी के साथी लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, हम प्रवक्ता दानिश रिजवान, अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने भी निधन पर शोक जताया है।