औरंगाबाद। व्हीएसआरएस न्यूज: आइएमए के आह्वान के बाद भी सदर अस्पताल में चिकित्सकों ने मरीजों का इलाज किया। हालांकि सुबह में दो घंटे के लिए ओपीडी में इलाज नहीं हुआ। फिर डीएम की पहल पर मरीजों का इलाज शुरू हुआ। यहां बता दें कि सुबह आठ बजे सभी चिकित्सक अपने रोस्टर के अनुसार ओपीडी में उपस्थित थे। मरीज कतारवद्ध खड़े थे और सभी का इलाज किया।
मिली जानकारी अनुसार प्रभारी उपाधीक्षक डाॅ. विकास कुमार ने बताया कि आइएमए के द्वारा हड़ताल का आह्वान किया गया है। परंतु सिविल सर्जन के द्वारा कोई आदेश निर्गत नहीं हुआ है। आदेश नहीं मिलने के कारण सभी चिकित्सक अपने समय से ड्यूटी कर रहे हैं। उपाधीक्षक ने बताया कि नए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने आयुष चिकित्सकों को 52 तरह का ऑपरेशन करने का आदेश जारी कर दिया है, जो काफी गलत है। आयुष चिकित्सक को अंग्रेजी दवा तक नहीं लिखने का आदेश था। जो अब ऑपरेशन करने का आदेश दे दिया गया। सरकार का यह गलत रवैया मरीजों पर भारी पड़ेगा।
उन्होने आगे बताया कि बगैर सर्जरी की पढ़ाई किए आयुष चिकित्सक ऑपरेशन कैसे कर सकेंगे। उदाहरण देते हुए उपाधीक्षक ने कहा कि आलू-बैंगन नहीं काटना है, जो सभी लोग काट लेंगे। आयुष चिकित्सक के ऑपरेशन करने से मरीजों की जान को खतरा हो सकता है। सरकार गरीबों की जान के साथ खिलावड़ कर रही है। कहा कि जो लोग इस नियम को लागू किए हैं क्या वे आयुष चिकित्सक से ऑपरेशन कराएंगे। सरकार की यह गलत निर्णय मरीजों पर भारी पड़ने वाली है।