Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड़ पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच यूनिट 4 ने एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो नागरिकों को ऑनलाइन टास्क देने का लालच देकर लूट रहा था। इस मामले में पुलिस ने अब तक मध्य प्रदेश,राजस्थान और बिहार राज्य से 14 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। 36 साल के एक युवक ने निगडी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के आधार पर निगड़ी पुलिस ने मोबाइल नंबर 8055823106 के धारक और अलग-अलग बैंक खाते के धारक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ऐसी जानकारी आज पत्रकार परिषद में डीसीपी स्वप्ना गोरे ने दी। 36 साल के एक युवक ने निगडी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के आधार पर निगड़ी पुलिस ने मोबाइल नंबर 8055823106 के धारक और अलग-अलग बैंक खाते के धारक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
उन्होंने कहा,हाल ही में पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय की सीमा में ऑनलाइन काम देने के लालच में धोखाधड़ी बढ़ने लगी थी। 15 दिसंबर को एक महिला ने हिंजेवाड़ी पुलिस स्टेशन में 71 लाख 82 हजार 520 रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की ऐसी ही शिकायत दर्ज कराई थी और आयुक्तालय के साइबर अपराध विभाग ने संदिग्धों का पता लगाने की कोशिश की थी। उसी दौरान उन्हें एक बैंक खाते के बारे में जानकारी मिली। उसके आधार पर आगे की जांच में पता चला कि इसके पीछे एक बड़ा अंतरराज्यीय गिरोह कार्यरत है।
आरोपियों ने नागरिकों को धोखा देने के लिए तीन स्तरीय प्रणाली स्थापित की थी। एक स्तरीय प्रणाली जरूरतमंद लोगों से उनके व्यक्तिगत विवरण जैसे आधार कार्ड आदि लेकर उनके नाम पर बैंक खाते खोलते थे। दूसरी टीम ने उम्मीदवारों को ऑनलाइन कार्य करने के लिए लुभाने का काम किया। जबकि तीसरा स्तर प्राप्त धन को जरूरतमंद लोगों के खातों में जमा कर अन्यत्र भेज देता था। इस त्रिस्तरीय व्यवस्था के चलते पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर यह पैसा कहां जा रहा है?
इन घोटालों के शिकार मुख्य रूप से आईटी क्षेत्र और तकनीकी समझ रखने वाले लोग हैं। साथ ही आरोपी पढ़े-लिखे भी हैं। उनमें से एक बैंक में काम करता था। ऐसा स्वप्ना गोरे ने जानकारी दी।