पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड मनपा में स्पर्श कोविड सेंटर का भ्रष्टाचार अब फर्श से अर्श तक पहुंच चुका है। पूर्व महापौर योगेश बहल ने आज पालिका को लीगल नोटिस भेजकर अतिरिक्त आयुक्त अजित पवार को ललकारा है। आज तक लिए सारे आर्थिक,प्रशासकीय निर्णय की जांच की मांग की है। दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करो,अन्यथा पालिका को न्यायालय में खडा करुंगा। ऐसी चेतावनी योगेश बहल ने आज पत्रकार परिषद में दी। इस अवसर पर वरिष्ठ नगरसेवक भाऊसाहेब भोईर,विरोधी नेता राजू मिसाल,पूर्व महापौर मंगला कदम,शाम लांडे,मोरेश्वर भोंडवे,सुनिल गव्हाणे,वर्षा जगताप आदि मान्यवर उपस्थित थे।
योगेश बहल के वकील आसीम सरोदे ने भेजा नोटिस
मनपा में सत्ताधारी भाजपा के पदाधिकारी,नगरसेवकों ने प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी को विभिन्न तरीकों से खुश करके कोविड सेंटर के नाम पर 16 करोड रुपये की लूट की है। स्पर्श हॉस्पिटल के माध्यम से 13 करोड रुपये लूटने का काम किया गया। इस संस्था के रामस्मृति मंगल कार्यालय और हिरलॉन्स में कोविड सेंटर की स्थापना की गई। इस सेंटर में एक भी मरीज इलाज के लिए भर्ती नहीं हुआ। स्थायी समिति की मान्यता न लेते हुए पालिका प्रशासन ने इस संस्था को 3 करोड 14 लाख 1 हजार 900 रुपये का बिल भूगतान किया। टेंडर प्रक्रिया में गडबडी,गलत करारनामा,फर्जी संचालक दिखाकर संबंधित ठेकेदारों ने पालिका को फंसाने का काम किया। इन सभी प्रकरणों की सविस्तार जांच करके संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही अब तक बिल भूगतान के करोडों रुपये की वसूली की जानी चाहिए। ऐसा नोटिस में कहा गया है।
ठेकेदारी करने वाले नगरसेवकों के नाम होंगे उजागर
पिंपरी चिंचवड मनपा में विभिन्न पार्टी के नगरसेवक छुपे तरीके से ठेकेदारी कर रहे है। इसमें भाजपा के नगरसेवकों की संख्या ज्यादा है। नियमानुसार नगरसेवक,अधिकारी अथवा उनके खून के रिश्ते,सगे संबंधित कोई भी व्यक्ति ठेकेदारी नहीं कर सकता। अगर कोई नगरसेवक ठेकेदारी में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष शामिल है तो उसका नगरसेवक पद रद्द करने का प्रावधान नियम में है। लेकिन नगरसेवक इस नियम को ठेंगा दिखाकर बिंदास ठेकेदारी कर रहे है और पालिका की तिजोरी खाली कर रहे है। ऐसे ठेकेदार नगरसेवकों का चेहरा बेनकाब करुंगा। भाजपा,राकांपा तथा अन्य पार्टी के सभी नगरसेवकों का ठेकेदारी चेहरा जनता के सामने पर्दाफाश किया जाएगा। ऐसी चेतावनी योगेश बहल ने दी।
अतिरिक्त आयुक्त का गैरकानूनी पदभार
पिंपरी चिंचवड मनपा के अतिरिक्त आयुक्त अजित पवार गैरकानूनी और सारे नियमों को तोडकर इस पद पर कार्यरत है। 5 सितंबर 2019 को इनकी जातिय वैधता जांच समिति पुणे में पदोन्नति हुई थी। लेकिन आज तक वे पालिका में अतिरिक्त आयुक्त का पदभार नहीं छोडा और शासन के आदेशों को भंग करने का काम किया है। अजित पवार पालिका में अवैध तरीके से पद पर विराजमान है। इनको तत्काल निलंबित करके विभागीय जांच की जानी चाहिए। साथ ही आज तक लिए सारे निर्णय को रद्द किया जाए। ऐसी मांग योगेश बहल ने की।
स्पर्श के पेढे किस किस में बंटे
स्पर्श के पेढे किस किस में बंटे यह जानने के लिए हर कोई आतुर है। ऐसा कोई वर्गसमूह नहीं बचा जिनके पास पेढे न गए हो। कुछ पालिका के अधिकारी,पदाधिकारी,ठेकेदार,चंद पत्रकार,नगरसेवक,शहर का एक बडा नेता,सभी में पेढे बांटे गए। तात्कालीन आयुक्त श्रवण हर्डीकर उस समय अवकाश पर चले गए थे या जानबूझकर चले गए यह भी जांच का विषय है।अवकाश से आने के बाद कहा कि स्पर्श के भ्रष्टाचार और बिल भूगतान के बारे में उनको कुछ पता नहीं। तबादला हुआ और जाते जाते बाकी बिल रोकने का आदेश और त्रिसदस्यीय कमेटी बनाकर खानापूर्ति करके सटक लिए। जाते जाते इतना जरुर कहा कि मेरे पीछे इंक्वायरी मत लगाना। अब हास्यापद अंदाज में भले ही कहा हो लेकिन डर जरुरी है।