पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने हिंजवाड़ी की कार शेड को शिवाजीनगर मेट्रो परियोजना से टाटा सीमेंस तक हस्तांतरित कर दिया है। इस हिसाब से कंपनी ने इस स्पेस में काम शुरू कर दिया है। कास्टिंग यार्ड के लिए अंतरिक्ष में आवश्यक कार्य भी शुरू कर दिया गया है और कोरोना के कारण मेट्रो के वास्तविक कार्य में देरी होने की संभावना है।
हिंजवडी से शिवाजीनगर मेट्रो परियोजना को सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर पीएमआरडीए द्वारा प्रस्तावित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों उद्घाटन समारोह को ढाई साल हो चुके हैं, और इस परियोजना के लिए टाटा-सीमेंस के साथ रियायत समझौते की प्रक्रिया 2019 में विधानसभा चुनावों की आचार संहिता से पहले पूरी हो गई थी। तदनुसार, पीएमआरडीए को परियोजना के लिए आवश्यक भूमि टाटा-सीमेंस को सौंपना आवश्यक था। हालांकि निर्धारित अवधि के भीतर कार शेड स्थान को पीएमआरडी द्वारा संपादित नहीं किया जा सकता है। बदले में परियोजना पीड़ितों की वापसी कार शेड साइट के लिए तय की गई है। इस संबंध में प्रस्ताव कलेक्टर डॉ. राजेश देशमुख ने इसे इस साल फरवरी में डिविजनल कमिश्नर के पास भेज दिया था।
इसके अलावा मेट्रो परियोजना के लिए राज्य सरकार की सीटों से यशदा और वाडिया कॉलेज की आवश्यक सीटें ली गई ह््ैं। राज्य सरकार की अधिकांश जमीन हिंजवाड़ी-शिवाजीनगर मेट्रो परियोजना के लिए ले ली गई है। कार शेड की साइट को टाटा सीमेंस में स्थानांतरित कर दिया गया है तो कास्टिंग यार्ड के लिए जगह पर काम भी शुरू हो गया है। कास्टिंग यार्ड के लिए स्पेस की आवश्यकता होती है ताकि मेट्रो के लिए बनाई जाने वाली लाइन के लिए एक सेगमेंट बनाया जा सके। मेट्रो के खंभे खड़े हो जाने के बाद उन्हें जोड़ने के लिए खंड कास्टिंग यार्ड में बनते हैं और फिर वास्तविक स्थान से जुड़े होते ह््ैं। जिला सरकार कार्यालय ने इस यार्ड और सड़क के लिए वाडिया कॉलेज के लिए अपने कब्जे में ले लिया है।
हिंजवाड़ी-शिवाजीनगर मेट्रो परियोजना में कार शेड के लिए प्रस्तावित साइट को 2004 में महाराष्ट्र औद्योगिक निगम (एमआईडीसी) के लिए आरक्षित किया गया था। उसी के अनुसार भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव किया गया था। हालांकि भूमि अधिग्रहण वास्तव में नहीं हो सका। मेट्रो परियोजना के लिए भूमि का अधिग्रहण करते समय एमआयडीसी का आरक्षण रद्द कर दिया गया है और मेट्रो परियोजना के लिए संबंधित भूमि प्रस्तावित की गई है। चूंकि यह प्रक्रिया अब तक नहीं की गई है, इसलिए भूमि अधिग्रहण में मुश्किलें आई्ं। कार का शेड पिछले महीने टाटा सीमेंस को सौंप दिया गया था। तदनुसार कंपनी ने चारदीवारी का निर्माण और निर्माण शुरू कर दिया है। कास्टिंग यार्ड पर भी काम शुरू कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण कम होने के बाद परियोजना पर काम तेज किया जा सकता है।