पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) प्राधिकरण में एमएसईडीसीएल के कुप्रबंधन के कारण क्षेत्र के घरेलू बिजली उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं। बिजली की खपत की तुलना में अधिक बिलों का भुगतान करने की प्रथा जारी है और उपभोक्ताओं को मरम्मत का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। वहीं, खराब सामग्री के इस्तेमाल से क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति लगातार बाधित हो रही है। इसलिए, एमएसईडीसीएल के प्रबंधन को लेकर ग्राहकों में तीव्र असंतोष है। भाजपा के पूर्व उप महापौर शैलजाताई मोरे और महाराष्ट्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष अनूप मोरे ने प्राधिकरण के एमएसईडीसीएल कार्यालय में बुधवार (21 दिसंबर) को जागो हो कुंभकर्ण आंदोलन का नेतृत्व किया। कार्यकारी अभियंता को दिए एक बयान में कहा कि कायरता की स्थिति से बाहर निकलें और प्रबंधन में सुधार करें,अन्यथा घर जाना मुश्किल हो जाएगा।
पूर्व उपमहापौर और वर्तमान भाजपा पार्षद शैलजा मोरे,महाराष्ट्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष अनूप मोरे, नगरसेवक शर्मिलाताई बाबर,महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण समिति के सदस्य समीर दिलीप जावलकर,भाजपा प्राधिकरण-चिंचवड़ स्टेशन के मंडल अध्यक्ष विजय शंकर,प्राधिकरण-चिंचवड मंडल के महासचिव सचिन कुलकर्णी,भाजपा कार्यकर्ता सलीम शिखलगर, राधिक बोरालिकर,मनोज देशमुख,आनंद देशमुख,सचिन बंदी,रमेश घाटे घाटे,केतन जाउलकर,नरेंद्र येलकर,देसाई,प्रसेन अष्टेकर, नीलिमा कोल्हा,नीलिमा कोल्हा,भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस बीच शैलजा मोर ने कहा,शहर के बिजली उपभोक्ता प्राधिकरण में एमएसईडीसीएल के कुप्रबंधन के कारण पीड़ित हैं। क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति में मनमाने तरीके से कटौती की जा रही है। केवल मरम्मत का बहाना किया जाता है,हमारे पास उपकरण सामग्री की कमी है। अस्पष्ट उत्तर देकर समय बर्बाद किया जा रहा है कि उपकरण नहीं हैं। उपभोक्ताओं को बिजली के भारी बिल भेजे जा रहे हैं। ऐसे समय में,यदि ग्राहकों के पास खुद बिलों का भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं। क्षेत्र में मीटर की शिकायतें हैं। खतरनाक डीपी बॉक्स हैं। उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। भले ही डीपी बॉक्स से धुआं निकलता हो, लेकिन काम जल्दी नहीं होता है। अगर एक साधारण कार्य में भी आठ दिन लगते हैं, तो वार्ड के लोगों के पास विरोध प्रदर्शन,मोर्चा का सहारा लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।