पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) यह पता चला है कि पिंपरी पालिका की लगभग 1369 संपत्तियों का अवैध रूप से उपयोग किया जा रहा है। किरायेदारों ने संपत्ति का कब्जा नहीं छोड़ा है,भले ही अनुबंध समाप्त हो गया हो। यह पता चला है कि इन जमीनों,इमारतों का अवैध रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है और पालिका को दो साल में 3 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
पूर्व सांसद गजानन बाबर ने आरटीआई से जानकारी मांगी थी। नगर पालिका द्वारा दिए गए लिखित जवाब में बाबर को इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है। तदनुसार पालिका ने अपनी कई संपत्तियों को किराए पर दे दिया है। इसे वाणिज्यिक फ्लैटों,पट्टे वाले फ्लैटों,किराये के फ्लैटों और सब्जी बाजार के फ्लैटों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसके अलावा सरकारी कार्यालयों के लिए 69,पीएमपी के लिए 6 और मेट्रो के लिए 10 भवन आवंटित किए गए हैं।
इनमें से 145 वाणिज्यिक स्टाल और 1224 सब्जी मंडी स्टॉलों सहित 1369 संपत्तियों को समाप्त कर दिया गया है। इसका नवीनीकरण नहीं हुआ है। बिना किराया भूगतान के पालिका इमारतों का इस्तेमाल हो रहा है। परिणामस्वरूप, बाबर ने बताया कि दो वर्षों में निगम के राजस्व में 3 करोड़ रुपये की कमी आयी है। उन्होंने आयुक्त श्रवण हार्डिकर से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।