पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) किसान आंदोलन मामले में कई पत्रकारों पर भी आरोप लगाए गए हैं। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज अपनी भूमिका प्रस्तुत की। वह पिंपरी-चिंचवड़ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 55 वें महाराष्ट्र प्रदेश सम्मेलन के अवसर पर बोल रहे थे। जावड़ेकर ने कहा हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए लड़े लेकिन अब हम देखते हैं कि मीडिया स्वतंत्र है,मैं इस विभाग का मंत्री हूं। मीडिया की स्वतंत्रता अप्रभावित रहनी चाहिए लेकिन इसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
हादसे में मरने वाले किसान का वीडियो सामने आया और सभी ने देखा कि ट्रैक्टर पलटने से किसान की मौत हो गई। प्रसिद्ध पत्रकारों ने ट्वीट किया कि वह पुलिस की गोलीबारी में मारा गया,क्या यह स्वतंत्रता है? यह गैरजिम्मेदार पत्रकारिता है। इससे देश में अशांति पैदा हो सकती है। इसके अलावा अफवाहें फैलाना आजादी नहीं है। गलत खबर फैलाना,भेदभाव करना गलत है। इसकी सत्यता की पुष्टि करें,फिर आलोचनात्मक टिप्पणी करें।
झूठी खबरें भ्रम अफवाहें फैलाना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मामला नहीं है। यह बात सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कही है। इसलिए किसानों के आंदोलन के दौरान विदेश की कुछ हस्तियों ने इसके बारे में ट्वीट किया था। इस मामले पर टिप्पणी करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि यह एक साजिश का हिस्सा था।