पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में भाजपा नेताओं ने पुणे पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर हिंदुओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के लिए शारजील उस्मानी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। शारजील की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा शहर अध्यक्ष विधायक जगदीश मुलिक और महापौर मुरलीधर मोहोल पुणे पुलिस आयुक्त से मिलेंगे। विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने मंगलवार को एलगार सम्मेलन के मुद्दे पर बोलते हुए आक्रामक रुख अपनाया था। शार्जील उस्मानी नाम के एक सड़क छाप युवक हिंदू विरोधी बयान देता है। इसके बाद भी राज्य सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है। पुणे में भाजपा नेताओं ने भी आक्रामक रुख अपनाया है। पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल और भाजपा के पुणे शहर अध्यक्ष विधायक जगदीश मुलिक ने किसी भी परिस्थिति में हिंदू विरोधी बयान देने के लिए शारजील उस्मानी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। आज पुणे के पुलिस आयुक्त से मुलाकात करेंगे।
ब्राह्मण महासंघ भी आक्रामक है
एलगार सम्मेलन के आयोजक बी.सी.जी ब्राह्मण महासंघ की ओर से मांग की गई कि कोल पाटिल सहित सभी आयोजकों पर आरोप लगाए जाएं। ब्राह्मण महासंघ के अध्यक्ष आनंद दवे ने कहा कि जो लोग धार्मिक घृणा फैलाते हैं और जो हिंदू धर्म के खिलाफ बयान देते हैं उनके लिए एक मंच प्रदान करता है। ब्राह्मण महासंघ ने मांग की है कि सरकार दवे के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करे,यह आरोप लगाते हुए कि प्रशासन आयोजकों के अपराधों की अनदेखी कर रहा है,इस तथ्य के बावजूद कि यह लगातार दूसरी बार है कि राज्य में एक सामाजिक दरार पैदा हुई है। ब्राह्मण महासंघ ने मांग की है कि कुछ लोगों को बुलाकर हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश करने के आरोप में एलगार के संयोजक कोलसे पाटिल और अन्य आयोजकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। महासंघ की ओर से इसी तरह का बयान स्वारगेट पुलिस स्टेशन को जारी किया गया था।
क्या एलगार परिषद ने इसकी अनुमति दी थी?
एलगार सम्मेलन का आयोजन समाज में विभाजन फैलाने के लिए किया जाता है। इस अनुभव के बावजूद देवेंद्र फडणवीस ने सवाल किया कि क्या सरकार ने एलगार सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति दी है। इससे सवाल उठता है कि क्या यह सरकारी मिलीभगत है। हालांकि, सरकार को शारजील उस्मानी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।