पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज)पिंपरी चिंचवड शहर की सबसे बडी बैंक सेवा विकास को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन अमर मूलचंदानी समेत 4 संचालकों ने अपना त्यागपत्र दिया है। मूलचंदानी चेयरमैन और संचालक दोनों पदों से त्यागपत्र दिया है। चेयरमैन अपने स्वास्थ्य का हवाला दिया तो अन्य संचालक व्यक्तिगत कारणों की वजह से इस्तीफा देने की बात कही है। त्यागपत्र देने वालों में चेयरमैन अमूर मूलचंदानी,संचालक चंद्रशेखर अहिरराव,राजेश सावंत,अँड सुनिल डोंगरे ने बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को अपना त्यागपत्र सौंपा है। 5 जनवरी को बोर्ड ऑफ डायरेक्टरों की एक बैठक हुई जिसमें इस्तीफा देने का निर्णय लिया गया था। सभी का त्यागपत्र सहकार विभाग पुणे आयुुक्त के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है।
सेवा विकास बैंक पिंपरी कैम्प के व्यापारियों की जीवनदायनी मानी जाती है। वर्तमान में 25 शाखाएं है। इस बैंक पर पिछले 10 सालों से मूलचंदानी का वर्चस्व है। इससे पहले 12 साल आसवानी परिवार का वर्चस्व था। वर्षों पहले कुछ सिंधी समाज के बुद्धिजीवी और व्यापारियों ने मिलकर इस बैंक की शुरुआत की थी। बैंक खोलने का मुख्य उद्देश्य सिंधी समाज के विकास व उत्थान,व्यापारियों को लोन के माध्यम से सदृढ बनाना था। लेकिन पिछले 10 सालों से बैंक संभालने वाले बैंक नीतियों के पथ से भटक गए और बैंक की जगह खुद का विकास करने लगे। अंधाधुंध कर्ज वितरण हुआ। बैंक में सबकुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। हिंजवडी और पिंपरी पुलिस स्टेशन में अनियमिताओं को लेकर अपराध दर्ज है।
आज भी कुछ बैंक कर्मचारी येरवडा जेल में बंद है। सभी संचालकों के संपर्क फोन बंद आ रहे है। इस बैंक में आसवानी-मूलचंदानी के बीच वर्चस्व की लडाई चल रही है। बैंक पिंपरी कैम्प की राजनीति का केंद्र बिंदु भी मानी जाती है। लेकिन इन दिनों बैंक को कई लोगों की बुरी नजर लग गई है। चेयरमैन समेत 4 संचालकों का अचानक इस्तीफा पिंपरी कैम्प में भूचाल ला दिया है। खाताधारक हो या बैंक कर्मचारी सभी बैंक के भविष्य को लेकर चिंतित है।