पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर में भाजपा की नींव रखने वाले स्व.अंकुशराव लांडगे के राजनीतिक वंशज नगरसेवक रवि लांडगे ने शहर में भावनात्मक कटआऊट,बैनर लगाकर भाजपा के नेताओं से सवाल पूछा है कि भाजपा की दिल से सेवा करना क्या यह हमारी गलती है? गरीबों के लिए जीवनदायनी भोसरी का हॉस्पिटल को कुछ अर्थस्वार्थी लोग प्रायवेट हाथों में देना चाहते थे। मैंने विरोध किया..क्या यह मेरी गलती है? 40 साल से मेरा परिवार भाजपा की सेवा कर रहा है…क्या यह हमारी गलती है? सुविधा और स्वार्थपूर्ण राजनीति नहीं कि बल्कि स्वाभिमान की राजनीति को अपनाया…क्या यह मेरी गलती है? मेरे पिता शहर में भाजपा की नींव रखी,मेरे स्व.चाचा अंकुश लांडगे ने भाजपा को बडा किया…क्या यह हमारी गलती है?
रवि लांडगे ने ऐसे सवालों भरा काटआउट भोसरी,लांडेवाडी चौक,चिखली,थरमॅक्स चौक,मनपा भवन परिसर समेत कई स्थानों पर लगाए है। शहर की जनता रवि लांडगे द्धारा पूछे सवालों को जायज ठहराते हुए उनकी भावानाओं के साथ जुड रही है। जनता के बीच से जो बातें छनकर आ रही है कि अगर राजनीति में कोई पार्टी के प्रति ईमानदार,सेवाभाव से समर्पित है।लेकिन अपना कोई राजनीतिक गॉडफादर नहीं बनाया तो क्या उसके साथ अन्याय होना चाहिए? रवि लांडगे को स्थायी समिति सभापति का पद देने के लिए विधानसभा चुनाव के वक्त वादा किया गया था। लेकिन यह पद अॅड नितिन लांडगे को दिया गया। अगर राजनीति में परिवार,रिश्तेदार,नए रिश्तेदार संभालने की परिभाषा और परंपरा गढी जाएगी तो पार्टी के निष्ठावान,पुराने वफादार भाजपा कार्यकर्ताओं का क्या होगा?
पिंपरी चिंचवड मनपा में भाजपा सत्ता में है। आज जिनके इशारों पर सारे निर्णय लिए जाते है कभी वो राकांपा में सी टीम हुआ करते थे। राकांपा की पीठ में छूरा घोंपकर भाजपा में शामिल हुए और पूरी पार्टी को हायजैक कर लिया। फिर पुराने भाजपाईयों का क्या? यह सवाल तो पूछा जाएगा। अगर रवि लांडगे ने हिम्मत दिखाकर भाजपा के नेताओं को आईना दिखाने का काम किया तो गलत क्या है? रवि लांडगे का परिवार पूराने भाजपाई है। इसमें कोई शंका नहीं होनी चाहिए। सांच को आंच क्या,स्व.अंकुश लांडगे के काम को भोसरी की जनता ने देखा और लोहा भी माना। अब आयाराम गयाराम पार्टी को हायजैक करके मनमानी,अन्यायकारक निर्णय लेंगे,तो रवि लांडगे जैसे युवा और निडर नगरसेवक सवाल पूछा तो गलत क्या है? अब आयाराम गयाराम वालों को मिर्ची लगे तो रवि लांडगे क्या करे।