पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) महावितरण के साथ बिना किसी समन्वय के विभिन्न विकास कार्यों के लिए ठेकेदारों द्धारा खुदाई से 400 बिजली के केबल टूटे है। खुदाई से स्थानीय नागरिकों को जहां भारी परेशानी झेलनी पड रही है है वहीं महावितरण कंपनी को भारी नुकसान उठाना पड रहा है। केबल टूटने से बिजली घंटों खंडित रहती है उससे भीषण गर्मी में कोरोना मरीजों आज जनता को काफी दिक्कतें आ रही है।
पिछले एक साल में इस एकल खंड में की गई अनियमित खुदाई से भूमिगत बिजली की चार सौ से अधिक केबल के टुटने की घटना घटी। बिजली आउटेज के कारण नागरिकों को परेशान किया जा रहा है और महावितरण को भी भारी वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है।
पिंपरी डिवीजन के तहत सांगवी उप-मंडल में वाकड,पुरानी और नवी संगवी,पिंपले सौदागर,पिंपले गुरव,पिंपले निलाख,विशालनगर,थेरगांव के कुछ इलाकों में बिजली की आपूर्ति की जाती है। पिछले साल 1 अप्रैल से क्षेत्र में 74 उच्च वोल्टेज और महावितरण की 331 कम वोल्टेज बिजली लाइनों को प्रभावित की। इस क्षेत्र में सड़कों के चौड़ीकरण,पानी और ड्रेनेज के बिछाने,निजी कंपनियों की केबल लाइन को बिछाने के लिए खुदाई की जा रही है।
महावितरण के अनुसार बिना किसी पूर्व सूचना के खुदाई जारी है। नतीजतन बिजली आउटेज की संख्या में वृद्धि हुई है। महावितरण इंजीनियरों और कर्मचारियों को रात-दिन बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। यदि वैकल्पिक बिजली की आपूर्ति उपलब्ध नहीं है, तो दो से तीन घंटे तक बिजली की आपूर्ति बाधित होती है। इसलिए महावितरण को बिजली की बिक्री में नुकसान के साथ-साथ लाइनों की मरम्मत का खर्च भी उठाना पड़ता है।
सांगवी क्षेत्र में उत्खनन के परिणामस्वरूप बिजली की निकासी हुई है। वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर के कारण संगवी में पीडब्लूडी मैदान में एक कोरोना उपचार केंद्र स्थापित करने की योजना है। हालांकि महावितरण ने कहा कि अगर खुदाई के दौरान बिजली की लाइनों में टूटन जारी रहती है तो सांगवी क्षेत्र के इस अस्पताल और अन्य अस्पतालों को बिजली की आपूर्ति भी बाधित होगी।