पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) चूंकि शहर में रेमेडिसवीर इंजेक्शनों की कमी है, इसलिए एनएमसी ने 25,000 इंजेक्शन खरीदने का फैसला किया है और इसके अनुसार अनुमति दी जानी चाहिए्। पुणे जिलाधिकारी डॉ.राजेश देशमुख इस बीच पालिका को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को कंपनियों से सीधे टीके खरीदने की अनुमति देने के लिए कहा गया है।
शहर में कोरोनरी हार्ट डिजीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और रेमेडिविविर इंजेक्शन की कमी है। मरीजों के रिश्तेदारों को रेमेडिविविर लेने के लिए दौड़ना पड़ता है और रेमेडिविविर की कालाबाजारी की खबरें आती ह््ैं। रीमेडिसविर दवाओं की बिक्री और वितरण को नियंत्रित करने के प्रयासों के बावजूद, यह तथ्य बना हुआ है कि कई रोगियों को रेमेडिविविर प्राप्त नहीं होता है। इसके अलावा अस्पतालों को फिर से लाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। स्थायी समिति की बैठक ने विमुद्रीकरण की कमी पर चर्चा की। यह निर्णय लिया गया कि पुणे पालिका को 25,000 इंजेक्शन खरीदने चाहिए्।
इस खरीद प्रक्रिया को मंजूरी दी जानी चाहिए। रेमेडिसवीर की खरीद के लिए 1 करोड़ रुपये के खर्च को मंजूरी दी है। निविदा प्रक्रिया पालिका द्वारा भी लागू की गई है। पालिका ने दो कंपनियों से संपर्क किया है। यह उन लोगों से प्राप्त होने के बाद अस्पतालों में वितरित किया जाएगा। इस बीच पालिका ने कोरोनरी हृदय रोग के रोगियों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए टीकाकरण में तेजी लाने का फैसला किया है। 1 मई से शहर 18 वर्ष से कम उम्र के नागरिकों को भी टीकाकरण करेगा। वर्तमान में टीकों की कमी है। इसलिए पालिका को निर्माताओं से सीधे टीके खरीदने की अनुमति दी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से पुणे मनपा सत्तारुढ नेता गणेश बीडकर ने मांग की है। इस संबंध में एक पत्र मुख्यमंत्री को दिया गया है।