पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड शहर में कोरोना का प्रकोप बढ़ता है। मरीजों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए पालिका आयुक्त राजेश पाटिल विभिन्न उपाय कर रहे ह््ैं। इस प्रयोजन के लिए पालिका के सभी अधिकारी और कर्मचारी सक्षम अधिकारी की मंजूरी के बिना पालिका के अधिकार क्षेत्र को नहीं छोड़ सकते। ऐसा आदेश आयुक्त ने जारी किया। बिना आयुक्त या अतिरिक्त आयुक्त की मंजूरी के शहर में दुकानें खोल नहीं सकते। लेकिन पिंपरी चिंचवड शहर में बाहर से शटर डाऊन अंदर से काम शुरु का नजारा है। मतलबत कुछ भी बंद नहीं है। आयुक्त राजेश पाटिल के आदेशों की सरेआम धज्जियां उडाईं जा रही है।
कल श्री राम नवमी का त्यौहार के दिन बाजारों में जमकर भीड उमडी। लोग जमकर खरीदारी करते नजर आए। पालिका प्रशासन की कोशिशों को कुछ व्यापारी नाकाम कर रहे है। शटर के बाहर बैठे रहते है अंदर लोग काम करते रहते है। बाहर चिट्ठी लिखकर शटर के नीचे से अंदर पकडाया जाता है। सारे सामान की पैकिंग करने के बाद चोर दरवाजे से डिलिवरी थमा दी जाती है। पिंपरी चिंचवड़ मनपा से कुछ दूरी पर गांधीनगर झुग्गी से सटे वरदाहाट भवन में व्यापार करने वाले कुछ व्यापारियों को आयुक्त के उसी आदेश का उल्लंघन करते हुए देखा गया है। व्यापारियों ने प्रशासन द्वारा दिए गए सभी नियमों का पालन नहीं किया है। व्यापारियों ने कहा कि एक आयुक्त को आदेश देने में क्या जाता है? व्यापार नहीं करेंगे तो खाएंगे क्या? ऐसा गैरजिम्मेदाराना जवाब दे रहे है।
पिंपरी कैम्प में तगडा पुुलिस बंदोबस्त है। लेकिन व्यापारी हैं कि मानते नहीं। चोर दरवाजे से उनका कारोबार शुरु है। कालेवाडी,चिंचवड,निगडी,आकुर्डी,भोसरी,सांगवी आदि परिसर में शटर डाउन व्यापार शुरु की परिस्थिति है। शहर में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए नगर निगम स्तर पर उपाय किए जा रहे ह््ैं। लेकिन कुछ लापरवाह लोगों की वजह से कोशिशें नाकाम साबित हो रही है।