Lonaval News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) योग साधना में व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की क्षमता है। राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि योग व्यापक अर्थों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और शांति स्थापित करके ’वसुधैव कुटुंबकम’ के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी उपयोगी है।
वह लोनावला में कैवल्यधाम योग संस्था द्वारा आयोजित ’स्वामी कुवल्यानंद योग पुरस्कार-2023’ वितरण समारोह में बोल रहे थे। सीबीआई के पूर्व महानिदेशक पद्मश्री डॉ. डी.आर. कार्तिकेयन, कैवल्यधाम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुबोध तिवारी, सह-प्रबंधक डॉ. आरएस भोगल, स्वामी राम साधक ग्राम हृषिकेश के स्वामी ऋतवन भारती, रवि दीक्षित व अन्य उपस्थित थे। राज्यपाल श्री बैस ने कहा, योग न केवल स्वस्थ शरीर के लिए व्यायाम है बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा से जुड़ी एक प्रक्रिया है। यह एक स्वस्थ जीवन शैली है और योग का अंतिम लक्ष्य आंतरिक शांति, सद्भाव और आत्म-नियंत्रण विकसित करना है। इसलिए, जब विभिन्न बीमारियों का प्रचलन बढ़ रहा है और युवा पीढ़ी नशे की ओर बढ़ रही है, तो योग का प्रसार और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।
योगाभ्यास से विकसित हुआ आत्मसंयम एवं सहनशीलता शांतिपूर्ण समाज के निर्माण में सहायक है। योग देश के लाखों युवाओं को रोजगार देकर समृद्धि लाने में उत्प्रेरक बन सकता है। भारत के योग को आज दुनिया ने स्वीकार कर लिया है। ’योग दिवस’ मनाने के साथ-साथ हमें ’योग सप्ताह’ मनाने पर भी विचार करना चाहिए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रत्येक विद्यालय एवं महाविद्यालय में इस सन्दर्भ में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जायें तथा प्रशिक्षकों की सहायता से विद्यार्थियों को योगासन के मूल पहलुओं से अवगत कराया जाये।
यह कहते हुए कि कैवल्यधाम संस्थान में योग का ’ऑक्सफोर्ड’ बनने की क्षमता है, राज्यपाल ने कहा, इस संस्थान को दुनिया के लिए सर्वश्रेष्ठ योग शिक्षक तैयार करने चाहिए और दुनिया के विभिन्न देशों में अपने केंद्र शुरू करने चाहिए। उन्होंने अपील की कि संस्थान को योग के प्रसार के लिए इस क्षेत्र में अनुसंधान के लिए एक समर्पित विश्वविद्यालय बनना चाहिए।राज्यपाल श्री बैस ने संस्था के शताब्दी वर्ष के अवसर पर शुभकामनाएं दीं और पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी। कार्तिकेयन, स्वामी ऋतवन भारती को कुवलयानंद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सम्मान का जवाब देते हुए, पुरस्कार विजेताओं ने योग के महत्व पर जोर दिया।कार्यक्रम से पहले राज्यपाल ने कैवल्यधाम योग संस्थान परिसर का दौरा किया और वहां पुस्तकालय की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी ली।