Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) औद्योगिक नगरी के नाम से मशहूर पिंपरी चिंचवड़ शहर में शिव शंकर का एक अद्भुत और भव्य मंदिर बना हुआ है। जहां महादेव की एक-दो नहीं बल्कि 1 हजार 111 से ज्यादा मूर्तियां बनाई गई हैं, इतना ही नहीं इस तीन मंजिला मंदिर के शिखर पिंड को ऊपर न रखकर 25 फीट की भव्य मूर्ति बनाई गई है।
यह कैलास सरोवर मंदिर पिंपरी चिंचवड़ के चिखली जाधववाडी में स्थित है। diजहां महादेव की 1111 पिंडियां हैं। वहीं, मंदिर के मुख्य द्वार पर भगवान शिव शंकर की एक बड़ी मूर्ति है, जबकि दूसरी ओर, मंदिर के सामने नंदीजी और पिंड की एक बड़ी मूर्ति है। श्रावण मास और अन्य दिनों में इन मंदिरों में भगवान महादेव के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। इस मंदिर की एक खास बात यह है कि इस मंदिर के शीर्ष पर 25 फीट का महादेव पिंड है। कैलास सरोवर मंदिर के निर्माण के पीछे ईश्वर गुंडे की एक अलग कहानी है।
12 ज्योतिर्लिंग मंदिर और गुप्त 12 ज्योतिर्लिंग बनवाए-ईश्वर गुंडे उर्फ साईराम चिखली की इस जगह पर अपने परिवार के लिए बंगला बनवाना चाहते थे। लेकिन बंगले का निर्माण शुरू होने के बाद उनके साथ कई घटनाएं घटीं और उसके बाद बंगले की जगह यहां एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया। उन्होंने निर्माण के दौरान मिले महादेव के पिंड को 51 फीट बड़ा कर पिंड की स्थापना की।
एक पिंड मिला और उसके बाद साईराम बाबा ने यहां 1 हजार एक सौ ग्यारह महादेव पिंड स्थापित किये। उसी समय उन्होंने इस मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंग मंदिर और गुप्त 12 ज्योतिर्लिंग बनवाए। इतना ही नहीं, वे तीन मंजिला मंदिर के शीर्ष पर तीन कलश बनाना चाहते थे। लेकिन उनके सपने में शिव पार्वती के रूप में और पार्वती माता पिंड के रूप में और भगवान शंकर लिंग के रूप में प्रकट हुए। इसके बाद उन्होंने मंदिर के शीर्ष पर महादेव की 25 फीट की विशाल मूर्ति स्थापित की है। जिसे दूर से देखा जा सकता है।
साईराम बाबा सदैव चाहते थे कि भक्तों का कल्याण हो। इसके लिए उन्होंने एक ही स्थान पर 1 हजार 111 शिव शंकर की पिंडियां, राम दरबार, हनुमान मंदिर, संतोषी माता मंदिर, दरगाह, गणपति मंदिर, विष्णु मंदिर, साईं मंदिर आदि कई मंदिर बनवाए। साईंराम बाबा कैलास मान सरोवर मंदिर को शिव शक्तिपीठ बनाना चाहते हैं, उनका कहना है कि यहां महादेव के पिंडों के दर्शन के बाद भक्तों को स्वयं भगवान शिव के दर्शन की अनुभूति होगी।
ईश्वर गुंडे ज़र्फ साईराम बाबा हैदराबाद के मूल निवासी हैं और 1971 में जब देश में सूखा पड़ा तो वह नौकरी की तलाश में पुणे शहर में अपने भाई के पास आये। इसके बाद उन्होंने धोबी का काम करना शुरू कर दिया और कहते हैं कि उनके साथ चमत्कार होने लगे। पिंपरी चिंचवड़ के चिखली इलाके में स्थित कैलास मानसरोवर मंदिर में श्रावण मास के अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। यह एक अद्भुत मंदिर है और भक्तों का कहना है कि इसके दर्शन के बाद उन्हें मानसिक शांति मिलती है। वहीं, भक्तों का यह भी कहना है कि पुणे और पिंपरी चिंचवड़ करों के लिए यह एक बड़ा त्योहार है।