Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) चूंकि पिंपरी-चिंचवड़ पालिका का जल आपूर्ति विभाग पानी का बकाया वसूलने में विफल हो रहा है,आयुक्त शेखर सिंह ने पानी का बकाया वसूली का काम कर संग्रह विभाग को सौंप दिया है। इसके लिए 28 मीटर निरीक्षकों की स्थापना कर संग्रह विभाग को सौंपी गयी है।
पिंपरी-चिंचवड़ में छह लाख दो हजार संपत्तियां हैं। शहर में घरेलू व व्यावसायिक मिलाकर एक लाख 75 हजार सरकारी नल हैं। पालिका के कर उद्ग्रहण एवं कर संग्रहण विभाग ने पिछले वर्ष 817 करोड़ रुपये की वसूली की थी। एक ओर जहां कर संग्रहण विभाग की आय दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, वहीं जलदाय विभाग की ओर से अपेक्षित जलकर नहीं वसूला जा रहा है। 2019-20 में 42 करोड़ 94 लाख 23 हजार, 2020-21 में 41 करोड़ 86 लाख 26 हजार, 2021-22 में 54 करोड़ 98 लाख 89 हजार और 2022-23 में 55 करोड़ रुपये। जलदाय विभाग पर नलधारकों का 60 करोड़ रुपए से अधिक बकाया है।
जल आपूर्ति, रख-रखाव, मरम्मत, शिकायतों के निवारण से संबंधित तकनीकी कार्य, तकनीकी कार्य की अधिक गुंजाइश के कारण जल लाइन की मरम्मत आवश्यकतानुसार प्रभावी ढंग से करना संभव नहीं है। पिछले बकाया की वसूली की राशि बढ़ाना, फॉलोअप करना, बिल सुधार के मामलों को निपटाना, अभियान चलाना जरूरी है। चूंकि पानी टैक्स वसूली का कार्य राजस्व की प्रकृति में है, इसलिए इसे कर संग्रहण विभाग को सौंपा गया है। इसके लिए जलदाय विभाग के 28 मीटर निरीक्षकों की स्थापना को कर संग्रहण विभाग के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है।
कर संग्रहण विभाग कर संग्रहण के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करता है। जब्ती अभियान चलाकर वसूली बढ़ाई गई है। उसी तर्ज पर पानीपट्टी के राजस्व में भी काफी बढ़ोतरी करने का प्रयास होगा। आज से विभाग ने पानी की लाइनों को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है। ऐसी जानकारी नीलेश देशमुख, सहायक आयुक्त, कराधान और संग्रह विभाग, पिंपरी-चिंचवड़ नगर पालिका ने दी।