Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र सरकार ने दिवाली में राशन धारकों को 100 रुपये में किट देने की घोषणा की थी। दिपावली शुरु हो चुकी है। सरकारी राशन की दूकानों में किट नहीं पहुंचा। गरीब किट की आस में बाजारों से महंगे वस्तुएं नहीं खरीदे। किट नहीं मिलने से करोडों लोग मायूस हुए। इसी मुद्दे को लेकर आज चिंचवड में राष्ट्रवादी कांग्रेस की ओर से सरकार का तीव्र निषेध आंदोलन किया गया। जिसमें गृहिणी महिलाओं की संख्या अधिक थी।
बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने 100 रुपये में राशन किट को उपलब्ध कराने का निर्णय लिया था। इस योजना के माध्यम से चीनी, सूजी, चना दाल और ताड़ के तेल का राशन सिर्फ एक सौ रुपये में उपलब्ध कराया जाएगा,ऐसा दावा किया गया था। राज्य सरकार ने बड़ी धूमधाम से इस योजना की घोषणा की। हालांकि दिवाली में महज दो दिन दूर होने के बावजूद सभी आम लोगों के घरों तक खुशियों का राशन नहीं पहुंच सका। ऐसे में सवाल है कि आम लोगों को उनका राशन कब मिलेगा ? पिंपरी चिंचवड शहर अध्यक्ष अजीत गव्हाणे,महिला अध्यक्ष प्रो.कविता अल्हाट, वैशाली नागवाडे,युवा अध्यक्ष इमरान शेख,युवा अध्यक्ष वर्षा जगताप,पूर्व नगरसेवक सतीश दरेकर, शमीम पठान, माया बारणे, कार्यकारी अध्यक्ष कविता खराडे,ज्योति तापकीर,संगीता कोकणे,ज्योति गोफाने मीरा कदम,संगीता तम्हाने,सारिका पवार,सुप्रिया सोलकुरे,ज्योति निंबालकर, नीलेश डोके,दत्ता जगताप,किरण देशमुख,लाल मोहम्मद चौधरी,विष्णु शेलके,राजेंद्र सालुंखे,माधव पाटिल,अकबर राशिद मुल्ला,हरिभाऊ तिकोने,सावंत, सचिन निंबालकर आदि मौजूद थे।
शहर अध्यक्ष अजीत गव्हाणे ने कहा कि महाराष्ट्र महंगाई से जूझ रहा है, जब राज्य कई समस्याओं का सामना कर रहा है, तो गरीब लोगों को 100 रुपये की एक हैप्पी किट देने का फैसला लिया गया था। दरअसल, केवल किट का प्रचार किया गया था लेकिन किट राशन की दुकानों तक नहीं पहुंचा। सरकार अपने दावे और वादे से विफल साबित हुई। मैं विफल सरकार की निंदा करता हूं। कविता अल्हाट ने कहा कि राज्य सरकार ने गरीब लोगों से केवल झूठे वादे किए और उन्हें तस्वीरों में दिवाली मनाने के लिए कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि तस्वीर में गरीब लोगों की दिवाली और सरकार के चरित्र में दिवाली फरक है। वैशाली नागवाडे ने कहा कि दिवाली के दिन गरीबों के घर अँधेरा हो गया लेकिन इस सरकार ने परवाह नहीं की। महाराष्ट्र विधानसभा के विपक्ष के नेता अजीत दादा ने राज्य में सूखा घोषित करने को कहा लेकिन सरकार नींद में है और राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि आम लोगों पर उनका कुछ भी बकाया नहीं है।