Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड़ पालिका के तहत वाकड में पीएमपीएमएल के लिए आरक्षित भूखंड को विकास के लिए एक निजी डेव्हलपर को दे दिया गया है, विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने इस मामले में शीतकालीन सत्र में आवाज उठाई। हालांकि उन्होंने कहा कि यह घोटाला करीब 500 करोड़ रुपये का है, लेकिन इस घोटाले का दायरा उससे कहीं ज्यादा बड़ा है। इसमें करीब 1500 रुपये का घोटाला हुआ है। ऐसा सनसनीखेज आरोप शहर के महाविकास अघाड़ी दलों के शहर अध्यक्ष और प्रमुख नेताओं ने लगाया है। आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व विधायक गौतम चाबुकस्वार, राकांपा के शरद पवार समूह के शहर अध्यक्ष तुषार कामठे, कांग्रेस के शहर अध्यक्ष कैलास कदम और शिवसेना उद्धव ठाकरे समूह के शहर अध्यक्ष अॅड सचिन भोसले के साथ पूर्व नगरसेविका सुलक्षणा शिलवंत धर, देवेन्द्र तायडे आदि उपस्थित थे।
1500 करोड़ का भ्रष्टाचार
इस अवसर पर बोलते हुए तुषार कामठे ने कहा; हालांकि विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने शीतकालीन सत्र में कहा था कि 500 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है; दरअसल यह घोटाला 1500 करोड़ रुपये का है। हमारा सीधा आरोप है कि पालिका के अधिकारियों और शहर के तीन विधायकों को इसमें प्रतिशत मिला है। पालिका प्रशासन के अधिकारियों को 10 फीसदी और तीनों विधायकों को 10 फीसदी कमिश्नखोरी की रकम मिली है।
इस प्लॉट का डेव्हलपर विलास जावड़ेकर ने हाल ही में 150 करोड़ रुपये का टीडीआर हासिल करने के लिए डीआरसी दायर की है और अगर अगले 2 दिनों में इसे नहीं रोका गया तो हम इस मामले में जन आंदोलन खड़ा करेंगे और अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।
आरक्षण विकसित करने के नाम पर पालिका तिजोरी की लूट-अॅड चाबुकसवार
पूर्व विधायक और शिवसेना ठाकरे समूह के नेता गौतम चाबुकस्वार ने कहा पालिका आयुक्त और प्रशासन के अधिकारी शहर में निजी डेव्हलपर्र के गले में आरक्षण डालने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि नगर पालिका की वित्तीय स्थिति अच्छी है, नगर पालिका स्वयं आरक्षण विकसित किए बिना निजी डेवलपर्स को साइटें दे रही है। करदाताओं के टैक्स की पैसों पर पालिका तिजोरी पर सरेआम डकैती डालने का काम हो रहा है। पिंपरी भाजी मंडई के टेंडर का भी निजीकरण करने की प्रक्रिया चल रही है। आयुक्त के पास पूर्व नगरसेवकों से मिलने का समय नहीं है। अगर इस तरह की घटनाएं नहीं रुकीं तो हम आंदोलन करेंगे।
चुनाव को देखते हुए पालिका के खजाने की लूट
शिव सेना ठाकरे ग्रुप के शहर अध्यक्ष एडवोकेट. सचिन भोसले ने कहा; अगर आप सोचेंगे कि अब टीडीआर घोटाला क्यों हुआ है, तो आपको एहसास होगा कि यह सब चुनाव को ध्यान में रखते हुए पालिका के खजाने को लूटने के लिए है। पालिका आयुक्त प्रशासक के रूप में मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं। हालांकि यह एक मामला सामने आया है, लेकिन नगर पालिका में ऐसे कई मामले हैं। विधायकों और पालक मंत्रियों को इस पर ध्यान देना चाहिए अन्यथा हम जन आंदोलन शुरू नहीं करते और अदालत में जाएंगे।
रिश्वतखोरी के अपराध में स्थायी समिति के अध्यक्ष की गिरफ्तारी भाजपा के भ्रष्टाचार का ज्वलंत उदाहरण
कांग्रेस शहर अध्यक्ष कैलास कदम ने कहा; पालिका में पिछले पांच साल से भाजपा सत्ता में है तो दो साल से प्रशासक राज चल रहा है। इस दौरान भाजपा नगर पालिका में भ्रष्टाचार के चरम पर पहुंच गई। उनके कार्यकाल के दौरान स्थायी समिति के अध्यक्ष को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
शहर में कुल 2500 करोड़ रुपए का टीडीआर घोटाला
इस समय तुषार कामठे ने कहा; वाकड में इस प्लॉट के बारे में जानकारी लेने के लिए 9 लोगों ने नगर पालिका में आवेदन किया है। लेकिन उन्हें जानकारी नहीं दी गई है। मुझसे कल साढ़े आठ हजार रुपये लेकर सूचना अधिकार के तहत जानकारी उपलब्ध करवायी गई। मैंने जावड़ेकर और नगर पालिका के बीच हुए समझौते की प्रति मांगी लेकिन सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज मुझे नहीं दिया गया। इस मामले में राज्य सरकार का सीधा हस्तक्षेप है। मुख्यमंत्री के पास नगर विकास विकास विभाग है। उन्हें और पालकमंत्री को इस पर ध्यान देना चाहिए। हमारा अनुमान है कि शहर में कुल 2500 करोड़ रुपये का टीडीआर घोटाला हुआ है। अगर 8 दिन के अंदर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई, डीआरसी बंद नहीं हुई तो हम निश्चित तौर पर हाईकोर्ट में अपील करेंगे।